ऐतिहासिक शतरंज ओलंपियाड मशाल रिले 1 जुलाई को गुजरात चरण के तहत जारी रहेगी
पहली बार आयोजित शतरंज ओलंपियाड मशाल रिले गुजरात चरण के तहत शुक्रवार 1 जुलाई को जारी रहेगी, जिसके अंतर्गत सूरत और दांडी में कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। वहां से मशाल दमन और दीव में प्रवेश करेगी।
गुरुवार को मशाल रिले ने राजस्थान से गुजरात में प्रवेश किया और अहमदाबाद, केवड़िया और वडोदरा में कार्यक्रम हुए। गुजरात सरकार के युवा, खेल और संस्कृति मंत्री श्री हर्ष सांघवी अहमदाबाद में गांधी आश्रम में मुख्य अतिथि थे, जबकि श्री पूर्णेश मोदी, श्रीमती गीताबेन राठवा – सांसद, गुजरात के केवड़िया में स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के कार्यक्रम में मुख्य अतिथि थे।
गुजरात सरकार के राजस्व मंत्री श्री राजेंद्र त्रिवेदी वडोदरा के वाघोड़िया स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में आयोजित मशाल रिले कार्यक्रम में मुख्य अतिथि थे। उक्त मुख्य अतिथियों के अलावा शतरंज के ग्रैंडमास्टर तेजस बकरे और अंकित राजपारा भी मौजूद थे और उन दोनों ने शतरंज ओलंपियाड मशाल रिले को आगे बढ़ाया।
दोनों ग्रैंडमास्टर शुक्रवार को भी कार्यक्रमों के लिए मौजूद रहेंगे। सूरत में नगर निगम इनडोर स्टेडियम, दांडी में गांधी आश्रम और दमन में स्वामी विवेकानंद सभागार आयोजन स्थल हैं। केंद्र शासित प्रदेश, दादरा और नगर हवेली तथा दमन और दीव के उपराज्यपाल श्री प्रफुल्ल खोड़ा पटेल दमन के कार्यक्रम के मुख्य अतिथि होंगे।
इस ऐतिहासिक मशाल रैली का शुभारंभ भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की उपस्थिति में नई दिल्ली के आईजी स्टेडियम में किया गया। यह रिले आजादी का अमृत महोत्सव- भारत की आजादी के 75 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में कुल 75 शहरों को कवर करेगी।
नई दिल्ली में 19 जून को मशाल रिले के ऐतिहासिक लॉन्च दिवस पर, फिडे के अध्यक्ष श्री अर्कडी ड्वोरकोविच ने प्रधानमंत्री को मशाल सौंपी, जिन्होंने इसे भारतीय शतरंज के दिग्गज विश्वनाथन आनंद को सौंप दिया। ऐतिहासिक लॉन्च के बाद, मशाल ने राष्ट्रीय राजधानी में लाल किला, धर्मशाला में एचपीसीए, अमृतसर में अटारी बॉर्डर, आगरा में ताजमहल और लखनऊ में विधानसभा सहित अन्य प्रतिष्ठित स्थानों की यात्रा की।
मशाल रिले के कार्यक्रम सिमुल शतरंज से शुरू होते हैं, जहां ग्रैंडमास्टर और गणमान्य व्यक्ति स्थानीय एथलीटों के साथ गेम खेलते हैं। कार्यक्रमों के बाद, मशाल एक खुली जीप के माध्यम से विभिन्न स्थानों की यात्रा करती है। इसके अलावा, विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम होते हैं, जिनमें एक शहर से दूसरे शहर की यात्रा करने वाली इंटरैक्टिव बस यात्रा, सांस्कृतिक परेड आदि शामिल होते हैं। इन कार्यक्रमों में क्षेत्र के आधार पर एक-दूसरे से भिन्नता होती हैं। इन कार्यक्रमों में युवा शतरंज खिलाड़ी समुदाय शामिल होते हैं।
प्रतिष्ठित प्रतियोगिता के इतिहास में पहली बार, भारत न केवल 44वें फिडे शतरंज ओलंपियाड की मेजबानी कर रहा है, बल्कि मशाल रिले की शुरुआत करने वाला पहला देश भी है, जिसे 1927 में शुरू हुई प्रतियोगिता के इतिहास में फिडे द्वारा पहली बार स्थापित किया गया है। अब से, हर दो साल में जब शतरंज ओलंपियाड होगा, तो मशाल भारत से मेजबान देश जाएगी।
मेजबान होने के नाते, भारत 44वें फिडे शतरंज ओलंपियाड में 20 खिलाड़ियों को मैदान में उतारने के लिए तैयार है– जो अब तक का सबसे बड़ा दल होगा। भारत ओपन और महिला वर्ग में प्रत्येक में 2 टीमों को मैदान में उतारने का हकदार है। इस आयोजन में 188 देशों के 2000 से अधिक प्रतिभागी भाग लेंगे, जो शतरंज ओलंपियाड के इतिहास में सबसे अधिक है। 44वां फिडे शतरंज ओलंपियाड 28 जुलाई से 10 अगस्त 2022 तक चेन्नई में आयोजित किया जाएगा।