भारत स्थिर, मजबूत और लचीला हिंद महासागर समुदाय विकसित करना चाहता है: विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर
नई दिल्ली,12 अक्टूबर। विदेश मंत्री डॉ. सुब्रमण्यम जयशंकर ने कहा है कि मजबूत हिंद महासागर क्षेत्र भारत की प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि भारत हिंद महासागर क्षेत्र को सुरक्षित बनाने और क्षमता निर्माण में योगदान जारी रखेगा। डॉ. जयशंकर ने कोलंबो में हिंद महासागर रिम एसोसिएशन की मंत्री परिषद की 23वीं बैठक को संबोधित करते हुए यह बात कही। भारत ने अगले 2 वर्षों के लिए इस एसोसिएशन के उपाध्यक्ष का पद संभाल लिया है।
डॉ. जयशंकर ने कोलंबों में बुद्धवार की श्रीलंका के राष्ट्रपति से मुलाकात की और उन्हें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की ओर से शुभकामनाएं दीं। सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर डॉ. जयशंकर ने कहा कि उन्होंने श्रीलंका के राष्ट्रपति के साथ विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग तथा द्विपक्षीय संबंधों को आगे बढ़ाने पर चर्चा की।
भारत और श्रीलंका के बीच द्विपक्षीय बैठक के दौरान दोनों देशों के राजनयिक संबंधों के 75वर्ष पूरे होने के अवसर पर एक लोगो भी जारी किया गया। इसके अलावा भारत और श्रीलंका ने डेयरी क्षेत्र में सहयोग के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किये। इसके तहत श्रीलंका में डेयरी प्रौद्योगिकी में सुधार के लिए अमूल और राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड की विशेषज्ञता को साझा किया जाएगा। श्रीलंका के राष्ट्रपति की मौजूदगी में राष्ट्रपति सचिवालय में विभिन्न आवास परियोजनाओं का भी वर्चुअल माध्यम से उद्घाटन किया गया।
डॉ. जयशंकर ने कहा कि सामाजिक आवास, सामुदायिक विकास और डेयरी क्षेत्र में इन आवास परियोजनाओं से श्रीलंका के लोगों के जीवन स्तर में सुधार होगा।
इस वर्ष श्रीलंका की दूसरी यात्रा पर गए विदेश मंत्री की 3 दिन की यात्रा का आज अंतिम दिन है।