भारत को वैश्विक विकास के साथ बनाये रखने के लिए अनुसंधान और विकास में अधिक निवेश करें: राजनाथ सिंह
नई दिल्ली,13सिंतबर। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने देश के रक्षा निर्माताओं से भारत को लगातार विकसित हो रही दुनिया के साथ तालमेल बनाए रखने के लिए अनुसंधान और विकास (आरएंडडी) में अधिक निवेश करने का आग्रह किया है। राजनाथ सिंह भारतीय सेना की उत्तरी कमान, सोसाइटी ऑफ इंडियन डिफेंस मैन्युफैक्चरर्स (एसआईडीएम) और भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी), जम्मू द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित नॉर्थ टेक संगोष्ठी को संबोधित कर रहे थे।
राजनाथ सिंह ने कहा कि हालांकि अनुसंधान और विकास एक जोखिम भरा उद्यम है क्योंकि इसके लिए अलग हटकर विचार करने की आवश्यकता होती है। उन्होंने कहा कि कभी-कभी यह वांछित परिणाम नहीं देता है, इसके बावजूद यह किसी भी देश के विकास के लिए बुनियादी जरूरतों में से एक है। उन्होंने बल देकर कहा कि इसलिए अनुसंधान और विकास में पूंजी निवेश एक आवश्यकता बन गई है।
रक्षा मंत्री ने कहा, “भारत एक बड़े परिवर्तन के दौर से गुजर रहा है। प्रौद्योगिकी को अनुकरण या हस्तांतरण के माध्यम से हासिल करने में कुछ भी गलत नहीं है, लेकिन केवल इन आधारों पर हम एक विकसित राष्ट्र नहीं बन सकते। हमें अपने स्वयं के पेटेंट प्राप्त करने की आवश्यकता है, जिसके लिए अनुसंधान और विकास में बहुत अधिक निवेश की ज़रूरत है। अनुसंधान और विकास में पूंजी निवेश से वर्तमान में कम लाभ हो सकता है, लेकिन यह लंबी अवधि में उद्योग जगत और देश के लिए लाभदायक सिद्ध होगा।”