कर्नाटक-महाराष्ट्र बस सेवा विवाद: यात्रियों की मुश्किलें बढ़ीं

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कर्नाटक ,25 फरवरी। कर्नाटक और महाराष्ट्र के बीच हालिया भाषा विवाद के चलते दोनों राज्यों ने एक-दूसरे के लिए बस सेवाएँ अस्थायी रूप से निलंबित कर दी हैं, जिससे यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

विवाद की पृष्ठभूमि

यह विवाद तब शुरू हुआ जब कर्नाटक के बेलगावी जिले में कर्नाटक राज्य सड़क परिवहन निगम (KSRTC) के एक कंडक्टर पर मराठी में बात न करने पर हमला हुआ। इसके जवाब में, कर्नाटक के चित्रदुर्ग जिले में महाराष्ट्र राज्य सड़क परिवहन निगम (MSRTC) के एक बस चालक पर हमला किया गया। इन घटनाओं के बाद, महाराष्ट्र सरकार ने कर्नाटक के लिए बस सेवाएँ निलंबित कर दीं।

यात्रियों की समस्याएँ

बस सेवाओं के निलंबन से दैनिक यात्रियों, विशेषकर कामकाजी लोगों और व्यापारियों को भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। दोनों राज्यों के बीच यात्रा करने वाले लोग वैकल्पिक परिवहन साधनों की तलाश में हैं, जो या तो महंगे हैं या आसानी से उपलब्ध नहीं हैं।

सरकारों की प्रतिक्रिया

महाराष्ट्र के परिवहन मंत्री प्रताप सरनाईक ने कहा है कि जब तक कर्नाटक सरकार इस मामले पर स्पष्ट रुख नहीं अपनाती और हमारे प्रशासन के साथ चर्चा नहीं करती, तब तक बस सेवाएँ निलंबित रहेंगी।

दूसरी ओर, कर्नाटक के अधिकारियों ने भी महाराष्ट्र के लिए बस सेवाओं की संख्या सीमित कर दी है और स्थिति को सामान्य करने के लिए सभी एहतियाती कदम उठा रहे हैं।

समाधान की आवश्यकता

दोनों राज्यों के बीच लंबे समय से सीमा और भाषा को लेकर विवाद चल रहा है, जो समय-समय पर उभरता रहता है। इस ताज़ा विवाद ने आम जनता की दैनिक जिंदगी को प्रभावित किया है, इसलिए आवश्यक है कि दोनों राज्य सरकारें मिलकर इस मुद्दे का शीघ्र समाधान निकालें ताकि सामान्य जनजीवन पुनः पटरी पर आ सके।

इस बीच, यात्रियों को सलाह दी जाती है कि वे यात्रा से पहले वर्तमान परिवहन सेवाओं की स्थिति की जानकारी प्राप्त करें और वैकल्पिक साधनों की योजना बनाएं।

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