साइकिल पार्ट्स की आड़ पंजाब से बिहार भेजी जा रही थी शराब, 20 लाख का माल जब्त
पटना, 16जून।पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने राज्य में नशे के खिलाफ पुलिस को अभियान छेड़ने का आदेश दिया है. यह अभियान अब रंग लाते हुए नजर आने लगा है. पंजाब पुलिस द्वारा पिछले सप्ताह राज्य भर से फार्मा ओपियोड्स की 7.93 लाख से अधिक नशीली गोलियां, कैप्सूल या टीके की बरामदगी की गई है. इनमें 7.93 लाख फार्मा ओपियोड्स में 6.82 लाख नशीली गोलियां, 17169 नशीले टीके, 85442 नशीले कैप्सूल और 8648 नशीली दवा की शीशियां शामिल हैं. पंजाब पुलिस के आईजी सुखचैन सिंह गिल ने बताया कि कि फ़तेहगढ़ साहिब पुलिस ने उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले में एक अवैध भंडारण गोदाम में छापेमारी के दौरान फार्मा ओपियोइड्स की 7 लाख से अधिक गोलियां ज़ब्त कर फार्मास्युटिकल ड्रग कार्टेल का पर्दाफाश किया है.
आईजी ने कहा कि मामले की गहराई से जांच की गई, जिसमें पुलिस ने ब्यूप्रेनोर्फिन के 175 टीके और एविल की 175 शीशियां बरामद कर दो व्यक्तियों को गिरफ़्तार किया था और जिससे मुख्य आपूर्तिकर्ता को पकड़ने में फतेहगढ़ साहिब पुलिस को मदद मिली. गौरतलब है कि पंजाब पुलिस प्रमुख डीजीपी गौरव यादव ने सभी सीपीज़, एसएसपीज़ को सख़्त हिदायतें दी थी कि वह हरेक मामले, ख़ास तौर पर नशे की बरामदगी से सम्बन्धित मामले में पुराने संबंधों की बारीकी से जांच करें, चाहे थोड़ी मात्रा में नशीले पदार्थों की बरामदगी क्यों न हो.
एक सप्ताह में 389 एफआईआर दर्ज
एक सप्ताह में आईजी सुखचैन सिंह ने कहा कि पंजाब पुलिस ने पिछले एक सप्ताह के दौरान राज्य भर में नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस (एनडीपीएस) एक्ट के अधीन 389 एफआईआर दर्ज किए हैं, जिनमें 40 वाणिज्यिक नशा तस्करी से सम्बन्धित हैं. इसके अलावा 508 नशा-तस्करों/आपूर्तिकर्ताओं को गिरफ़्तार किया है. इनमें 63 बड़े स्मगलर शामिल हैं. इसके साथ ही पुलिस ने पिछले सप्ताह एनडीपीएस मामलों में वांछित 31 भगोड़ों और दोषियों को भी गिरफ़्तार किया है.
एंबुलेंस में मिला अफीम
पुलिस ने बड़ी मात्रा में फार्मा ओपियोड्स बरामद करने के अलावा राज्य भर के संवेदनशील मार्गों पर नाके लगाकर और नशा प्रभावित इलाकों में घेराबंदी और तलाशी अभियान चलाकर 8.37 किलो हेरोइन, 32.28 किलो अफ़ीम, 53.2 किलो गांजा और 140 क्विंटल भुक्की बरामद किया है. इसके साथ ही 11.73 लाख रुपए की ड्रग मनी भी बरामद की गई है. नशा तस्करी के रुझान संबंधी बात करते हुए आईजीपी सुखचैन गिल ने कहा कि नशा-तस्करी के लिए एंबुलेंस जैसी इमरजेंसी सेवाओं वाले वाहनों का प्रयोग करना गंभीर चिंता का विषय है. गौरतलब है कि मोहाली पुलिस ने रविवार को अम्बाला-चंडीगढ़ हाईवे पर गाँव दप्पर के नज़दीक स्पेशल नाकाबंदी के दौरान एंबुलेंस में पड़े फर्जी मरीज़ के सिर के नीचे रखे सिरहाने में छुपाकर रखी 8 किलो अफ़ीम बरामद कर तीन व्यक्तियों को काबू किया था.
नशा-तस्करों की संपत्ति ज़ब्त करने के निर्देश
उन्होंने कहा कि इस घटना के मद्देनजऱ, सभी सीपी और एसएसपी को असली ऐंबुलेंसों की सूची प्राप्त करने के लिए अस्पतालों और एंबुलेंस सेवाएं प्रदान करने वाली ग़ैर-सरकारी संस्थाओं के साथ बैठकें करने के लिए कहा गया है, जिससे मरीजों को सुरक्षित मार्ग मुहैया करवाया जा सके और गलत कार्यों के लिए आपातकालीन सेवा वाहनों का प्रयोग करने वाले असामाजिक तत्वों पर कड़ी नजऱ रखी जा सके. गौरतलब है कि डीजीपी द्वारा सभी सीपी, एसएसपी को सभी नामी नशा-तस्करों को काबू करने और अपने अधिकार क्षेत्रों में नशा-तस्करी वाले संवेदनशील स्थानों को चिन्हित कर नशा-तस्करों पर नकेल कसने और नशा बेचने/तस्करी करने वाले सभी व्यक्तियों को काबू करने के लिए तलाशी अभियान शुरू करने के सख़्त आदेश दिए गए हैं. उन्होंने पुलिस प्रमुखों को यह भी हिदायत दी कि पकड़े गए सभी नशा-तस्करों की संपत्ति ज़ब्त की जाए, जिससे उनसे अवैध रूप से कमाई गई राशि बरामद की जा सके