राष्ट्रीय मात्स्यिकी विकास बोर्ड को ‘‘इंडिया एग्रीबिजनेस पुरस्कार 2022’’ मिला
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मत्स्यपालन, पशुपालन तथा डेयरी राज्य मंत्री डॉ. संजीव के. बालयान और नीति आयोग के सदस्य डॉ. रमेश चंद एनएफडीबी को ‘इंडिया एग्रीबिजनेस पुरस्कार 2022’ प्रदान करते हुए
मत्स्यपालन, पशुपालन तथा डेयरी मंत्रालय भारत सरकार के मत्स्यपालन विभाग के अंतर्गत जीवंत संगठन राष्ट्रीय मात्स्यिकी विकास बोर्ड (एनएफडीबी), हैदराबाद मत्स्य पालन क्षेत्र के अंतर्गत सर्वश्रेष्ठ कृषि पुरस्कार के लिए ‘इंडिया एग्रीबिजनेस पुरस्कार 2022’ से सम्मानित होने वाले संगठनों में से एक था। यह पुरस्कार मत्स्य पालन क्षेत्र की सेवाओं और समर्थन के लिए आयोजित कार्यक्रम में प्रदान किया गया। यह समर्थन प्रौद्योगिकी उन्नयन, जलीय कृषि में प्रजातियों के विविधिकरण, नई और उन्नत किस्म की मछलियों के प्रसार, समुद्री शैवाल की खेती, सजावटी मछलियों, प्रशिक्षण तथा क्षमता निर्माण के लिए आवश्यकता आधारित परियोजनाओं को समर्थन देने के लिए हितधारकों को समर्पित महत्वपूर्ण और उल्लेखनीय भूमिका निभाने के लिये दिया गया ताकि मछली उत्पादन और उत्पादकता में महत्वपूर्ण रूप से वृद्धि की जा सके, मछुआरों की आजीविका में सुधार लाया जा सके, मत्स्य पालन में उद्यम के अवसरों में बढ़ावा दिया जा सके, रोजगार सृजन हो सके, स्वच्छ तरीके से हैंडलिंग और मछली के विपणन तथा खपत को बढ़ाया जा सके।
इंडियन चैम्बर ऑफ फूड एंड एग्रीकल्चर (आईसीएफए) ने ‘एग्रो वर्ल्ड 2022’-भारत अंतर्राष्ट्रीय कृषि व्यवसाय तथा प्रौद्योगिकी मेला-2022 का आयोजन 9 से 11 नवम्बर, 2022 तक नई दिल्ली के भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान, पूसा परिसर में किया जा रहा है। आईसीएफए बड़ी संख्या में राष्ट्रीय/अंतर्राष्ट्रीय औद्योगिक संगठनों तथा संबद्ध संगठनों के साथ तकनीकी सहयोग करने वाला भारत सरकार का संगठन है। मेले का आयोजन खाद्य, कृषि, बागवानी, पशु पालन, मछलीपालन तथा संबद्ध क्षेत्रों में प्रमुख हितधारकों द्वारा किए गए विकास और आधुनिकीकरण को दिखाने के लिए किया गया।
इस आयोजन के हिस्से के रूप में राष्ट्रीय मात्स्यिकी विकास बोर्ड को इंडिया एग्रीबिजनेस पुरस्कार-2022 प्रदान किया गया। यह पुरस्कार मत्स्य पालन के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य के लिए दिया गया। डॉ. सुवर्ण चंद्रप्पागरी, आईएफएस, मुख्य कार्यकारी, एनएफडीबी ने समारोह में भाग लिया और मत्स्यपालन, पशुपालन तथा डेयरी राज्य मंत्री डॉ. संजीव कुमार बालयान तथा नीति आयोग के सदस्य डॉ. रमेश चंद से पुरस्कार ग्रहण किया।