एनएफएआई गायिका लता मंगेशकर की स्मृति में विशेष कार्यक्रमों की मेज़बानी करेगा
बतौर बाल कलाकार लता मंगेशकर की मराठी फ़िल्म “माझं बाळ” का प्रदर्शन किया जाएगा
लता मंगेशकर के सदाबहार मराठी गीतों की ऑडियो-विजुअल प्रस्तुति की जाएगी
महान गायिका लता मंगेशकर को याद करते हुए राष्ट्रीय फिल्म संग्रहालय (एनएफएआई) इस शुक्रवार और शनिवार को एनएफएआई, पुणे में विशेष कार्यक्रमों की मेज़बानी कर रहा है।
एनएफएआई शुक्रवार, 25 मार्च को मराठी फिल्म ‘माझं बाळ’ की खास स्क्रीनिंग आयोजित करेगा। मास्टर विनायक द्वारा निर्देशित इस फिल्म में अपनी आवाज देने के अलावा 13 साल की लता मंगेशकर एक बाल कलाकार के रूप में भी दिखाई दी थीं। इस फिल्म का मुख्य आकर्षण ये है कि इसके गाने ‘चला चला नवबाला’ के दृश्यों में मंगेशकर भाई-बहन दिखाई देते हैं। इस फिल्म में मास्टर विनायक, मीनाक्षी शिरोडकर, दादा साल्वी, सुमति गुप्ते, दमुआना मालवणकर ने मुख्य भूमिकाएं निभाईं। वी. एस. खांडेकर ने ये फिल्म लिखी थी, और इसमें संगीत दत्ता दावजेकर ने दिया था।
एनएफएआई शनिवार, 26 मार्च को लता मंगेशकर के कालातीत और सदाबहार मराठी गीतों पर एक ऑडियो-विजुअल प्रस्तुति की मेजबानी करेगा। जाने माने रिकॉर्ड कलेक्टर और सोसाइटी ऑफ इंडियन रिकॉर्ड कलेक्टर्स के सचिव सुरेश चांदवणकर “कालजयी” नाम की ऑडियो-विजुअल प्रस्तुति को पेश करेंगे।
एनएफएआई के निदेशक प्रकाश मगदुम ने कहा कि “महान गायिका लता मंगेशकर की समृद्ध विरासत का उत्सव मनाने के लिए ये एक विशेष श्रद्धांजलि होगी। उनकी सुनहरी आवाज ने हम सभी को हमेशा मंत्रमुग्ध किया है। आइए इस सप्ताह के अंत में हम एनएफएआई में एक साथ उस जादू के साक्षी फिर से बनें।”
कार्यक्रम की जानकारी: (प्रवेश निःशुल्क है, पहले आओ-पहले पाओ के आधार पर बैठने की व्यवस्था है)
स्थान: एनएफएआई मुख्य थिएटर, लॉ कॉलेज रोड, पुणे
- ‘माझं बाळ’ (1943, अंग्रेजी सबटाइटल्स के साथ) की स्क्रीनिंग – शुक्रवार, 25 मार्च, शाम 6 बजे।
- सुरेश चांदवणकर द्वारा ऑडियो-विजुअल प्रस्तुति “कालजयी” – शनिवार, 26 मार्च, शाम 6 बजे।