एनएमसीजी ने पश्चिम बंगाल के महेशतला में सीवेज अवसंरचना विकास और प्रबंधन के लिए चतुष्पक्षीय समझौतों पर हस्ताक्षर किए

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273.52 करोड़ रुपये के इन समझौतों में 35 एमएलडी सीवेज उपचार संयंत्र का निर्माण शामिल है

​​​​​​​परियोजना का उद्देश्य गंगा नदी के पूर्वी तट पर स्थित महेशतला से गंगा नदी में सीवेज के बहाव को रोकना है

राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन (एनएमसीजी) ने आज 273.52 करोड़ रुपये की कुल लागत से हाइब्रिड एन्यूटी (वार्षिकी) मोड के तहत पश्चिम बंगाल में महेशतला के लिए एक 35 एमएलडी एसटीपी सहित सीवेज बुनियादी ढांचे के विकास को लेकर दो चतुष्पक्षीय समझौतों पर हस्ताक्षर किए हैं। इनमें से एक समझौता राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन (एनएमसीजी), कोलकाता महानगर विकास प्राधिकरण (केएमडीए), मेसर्स महेशतला अपशिष्ट जल प्रबंधन प्राइवेट लिमिटेड (एमडब्ल्यूडब्ल्यूएमपीएल) और यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के बीच एक एस्क्रौ (निलंब) समझौता है। वहीं, दूसरा समझौता एनएमसीजी, केएमडीए, एमडब्ल्यूडब्ल्यूएमपीएल और ऑस्ट्रियाई विकास बैंक के बीच एक प्रतिस्थापन समझौता है।

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राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन (एनएमसीजी) के महानिदेशक श्री जी अशोक कुमार, भारत में ऑस्ट्रिया की राजदूत श्रीमती कैथरीना वीसर, डीडीजी श्री एस आर मीणा, कार्यकारी निदेशक (तकनीक) श्री डी पी मथुरिया, कार्यकारी निदेशक (वित्त) श्री भास्कर दासगुप्ता, कार्यकारी निदेशक (प्रशासन) श्री एस पी वशिष्ठ, ऑस्ट्रियाई व्यापार आयुक्त श्री हेंस जोर्ग होर्टनाग्ल और पश्चिम बंगाल के राज्य कार्यक्रम प्रबंधन समूह की निदेशक श्रीमती अंतरा अचार्या की उपस्थिति में इन समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए।

महेशतला गंगा नदी के पूर्वी तट पर स्थित है। इस परियोजना का उद्देश्य शहर से गंगा नदी में सीवरेज के बहाव को रोकना है। इस परियोजना के प्रमुख घटकों में 35 एमएलडी सीवेज उपचार संयंत्र (एसटीपी), 4 पम्पिंग स्टेशन, 6 डायवर्सन संरचनाएं, मरम्मत व पुनर्वास कार्य, 15 साल का परिचालन और रखरखाव आदि शामिल हैं।

यह परियोजना हाइब्रिड एन्यूटी (वार्षिकी) मोड (एचएएम) के तहत है। इसमें निर्माण लागत का 40 फीसदी हिस्सा 24 महीने की निर्माण अवधि के दौरान और बाकी 60 फीसदी हिस्से का भुगतान तिमाही वार्षिकी के रूप में ब्याज और संचालन व रखरखाव (ओएंडएम) लागत के साथ 15 वर्षों की अवधि में किया जाएगा।

एमडब्ल्यूडब्ल्यूएमपीएल का वित्तपोषण ऑस्ट्रियाई विकास बैंक कर रहा है। यह रियायत अवधि के 15 वर्षों के लिए सीवरेज नेटवर्क और एसटीपी, दोनों के संपूर्ण विकास व परिचालन को लेकर जिम्मेदार होगा। इस परिचालन अवधि के दौरान एसटीपी के लिए उपचारित अपशिष्ट जल की गुणवत्ता के संदर्भ में प्रमुख प्रदर्शन संकेतक (केपीआई) की उपलब्धि के आधार पर भुगतान किया जाएगा।

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