ओडिशा के मंत्री नब किशोर दास की अस्पताल में इलाज के दौरान मौत, ASI ने मारी थीं गोलियां
भुवनेश्वर ,29 जनवरी।एक एएसआई के गोली मारने से जख्मी ओडिशा के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री नब किशोर दास की आज रविवार को शाम को एक अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई. अपोलो अस्पताल के अधिकारियों ने यह जानकारी दी. इससे पहले दिन में एक पुलिस अधिकारी ने स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री दास को गोली मार दी थी. दास को अस्पताल में भर्ती कराया गया था.
अस्पताल ने एक बयान में कहा, जख्मों का उपचार किया गया और हृदय की गति में सुधार के लिए कदम उठाए गए. गहन चिकित्सा इकाई (आईसीयू) में उनका उपचार किया गया. लेकिन, तमाम प्रयासों के बाद भी उन्हें बचाया नहीं जा सका और उन्होंने दम तोड़ दिया.
बता दें कि साल 2022 में दायर एक संपत्ति विवरण के अनुसार दास को पटनायक के मंत्रिमंडल के सबसे अमीर सदस्यों में से एक माना जाता है और उनके पास 34 करोड़ रुपए की संपत्ति है. विशाल अचल संपत्ति के अलावा माना जाता है कि उनके पास लगभग 80 वाहन थे. दास ने राज्य में अपना पहला चुनाव 2009 में झारसुगुड़ा से कांग्रेस के टिकट पर बीजद उम्मीदवार किशोर कुमार मोहंती को हराकर जीता था. मोहंती को हराकर वह 2014 में फिर से झारसुगुड़ा से चुने गए. हालांकि पांच साल बाद उन्होंने बीजद में शामिल होने का फैसला किया.
सहायक पुलिस उपनिरीक्षक (एएसआई) गोपाल दास ने बजरंगनगर शहर में अपराह्न करीब एक बजे 60-वर्षीय दास को कथित तौर पर गोली मार दी, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गए. दास को अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जबकि पुलिस अधिकारी को हिरासत में ले लिया गया है. ऐसा माना जा रहा है कि हमलावर एएसआई दिमागी रूप से बीमार है.
पीएम नरेंद्र मोदी ने ओडिशा के स्वास्थ्य मंत्री नबा दास के निधन पर शोक व्यक्त किया है. पीएम मोदी ने ट्वीट कर कहा,
ओडिशा सरकार में मंत्री श्री नाबा किशोर दास जी के दुर्भाग्यपूर्ण निधन पर दुख हुआ। इस दुखद घड़ी में उनके परिवार के प्रति संवेदना, शांति.
अधिकारियों ने बताया कि दम तोड़ने से पहले वह कई घंटों तक मौत से संघर्ष करते रहे. अधिकारियों ने बताया कि मंत्री को एयर एम्बुलेंस द्वारा भुवनेश्वर ले जाया गया और वहां अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां चिकित्सकों की एक टीम ने उनका ऑपरेशन किया.
अस्पताल ने एक बयान में कहा, ऑपरेशन के बाद पता चला कि एक गोली उनके शरीर में घुसकर बाहर निकल गई थी, जिसके कारण उनका दिल और बायां फेफड़ा क्षतिग्रस्त हो गया और बड़ी मात्रा में अंदरुनी रक्तस्राव हुआ. बयान के अनुसार, जख्मों का उपचार किया गया और हृदय की गति में सुधार के लिए कदम उठाए गए. गहन चिकित्सा इकाई (आईसीयू) में उनका उपचार किया गया. लेकिन, तमाम प्रयासों के बाद भी उन्हें बचाया नहीं जा सका और उन्होंने दम तोड़ दिया.
ओडिशा सीएमओ ने कहा, मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने मंत्री नब दास के दुर्भाग्यपूर्ण निधन पर गहरा सदमा और दुख व्यक्त किया है. वह सरकार और पार्टी दोनों के लिए एक संपत्ति थे। उनका निधन ओडिशा राज्य के लिए एक बड़ी क्षति है.
बता दें कि ओडिशा के झारसुगुड़ा जिले में एक सहायक पुलिस उपनिरीक्षक (एएसआई) ने आज रविवार को राज्य के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री नव किशोर दास को कथित तौर पर गोली मार दी. यह घटना जिले के ब्रजराजनगर शहर में अपराह्न करीब एक बजे के आसपास उस समय हुई, जब दास एक बैठक में शामिल होने के लिए जा रहे थे.
ब्रजराजनगर के एसडीपीओ गुप्तेश्वर भोई ने बताया, सहायक पुलिस उपनिरीक्षक (एएसआई) गोपाल दास ने मंत्री पर गोली चला दी. घटना में मंत्री घायल हुए हैं और उन्हें अस्पताल ले जाया गया था. ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने भुवनेश्वर के एक निजी अस्पताल में राज्य के स्वास्थ्य मंत्री नाबा दास के परिवार के सदस्यों से मुलाकात की, जहां आज उनकी मृत्यु हो गई.
स्थानीय लोगों ने आरोपी एएसआई को पकड़ लिया और उसे पुलिस के हवाले कर दिया था. एसडीपीओ ने कहा कि एएसआई ने मंत्री पर गोली क्यों चलाई, इसका पता लगाने के लिए जांच शुरू की गई है. घटना के एक वीडियो में मंत्री दास अचेत नजर आ रहे हैं और उनके सीने से खून बह रहा है.
वीडियो में स्थानीय लोग मंत्री को उठाकर कार की अगली सीट पर बैठाने की कोशिश करते दिखाई दे रहे हैं। एसडीपीओ के मुताबिक, मंत्री को पहले झारसुगुड़ा जिला मुख्यालय अस्पताल ले जाया गया था, लेकिन बाद में बेहतर इलाज के लिए उन्हें हवाई मार्ग से भुवनेश्वर के अस्पताल पहुंचाया गया था.
हमले के बाद शहर में तनाव व्याप्त हो गया. आरोपी एएसआई को गिरफ्तार कर लिया गया है और उससे पूछताछ जारी है. उन्होंने कहा कि घटना की गहन जांच के बाद ही और जानकारियां सामने आ पाएंगी.
मुख्यमंत्री ने कहा कि एक नेता के तौर पर दास ने बीजू जनता दल को मजबूत करने में अहम भूमिका निभाई थी. उन्होंने कहा कि दास जमीन से जुड़े नेता थे और दलगत राजनीति से हटकर सभी दलों के लोग उनका सम्मान करते थे. दास के करीबी माने जाने वाले पटनायक ने एक बयान में कहा कि वह (इस घटना से) स्तब्ध और व्यथित हैं.पटनायक ने कहा, चिकित्सकों ने उनकी जान बचाने की हर संभव कोशिश की, लेकिन दुर्भाग्य से वह ठीक नहीं हो सके. उन्होंने लोगों के लाभ के लिए स्वास्थ्य विभाग में कई सफल पहल की हैं.
हमलावर एएसआई गोपाल दास की पत्नी जयंती ने गंजम जिले के बेरहामपुर के पास अपने आवास पर संवाददाताओं से कहा कि उन्होंने टेलीविजन चैनल से अपने पति द्वारा मंत्री पर गोली चलाने की खबर सुनी है. जयंती ने कहा कि दास पिछले सात-आठ सालों से मानसिक बीमारी से पीड़ित थे और दवाइयां ले रहे थे तथा बिल्कुल सामान्य दिख रहे थे. जयंती ने कहा कि उनके पति ने सुबह अपनी बेटी को वीडियो कॉल किया था. सत्य का पता लगाने के लिए मामले की उचित जांच की मांग करते हुए जयंती ने कहा कि दास की मंत्री से कोई व्यक्तिगत दुश्मनी नहीं थी.