अमेरिकी टैरिफ के बाद 50 से अधिक देशों ने व्यापार वार्ता के लिए संपर्क किया
वाशिंगटन ,7 अप्रैल। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने रविवार को अमेरिका और दुनियाभर के बाजारों में आई गिरावट पर कहा, ‘कभी-कभी किसी चीज को ठीक करने के लिए दवा लेनी पड़ती है।’
उन्होंने यह बात एयरफोर्स वन विमान में पत्रकारों से कही। वे फ्लोरिडा में गोल्फ खेलकर वॉशिंगटन लौट रहे थे। इस बातचीत में उन्होंने अपनी टैरिफ योजना से पीछे हटने के कोई संकेत नहीं दिए।
रॉयटर्स के मुताबिक, ट्रम्प ने कहा कि दूसरे देशों ने हमारे साथ बहुत बुरा बर्ताव किया, क्योंकि हमारा नेतृत्व मूर्खतापूर्ण था, जिसने ऐसा होने दिया।
वहीं, अमेरिका और दुनियाभर में ट्रेड मार्केट्स में मची उथल-पुथल पर ट्रम्प ने कहा, ‘बाजारों के साथ आगे क्या होगा, मैं नहीं कह सकता, लेकिन हमारा देश अब कहीं ज्यादा मजबूत है। मुझे मार्केट क्रैश से फर्क नहीं पड़ा है क्योंकि ये कुछ ही समय के लिए है। फिर सब नॉर्मल हो जाएगा।’
आज ‘ब्लैक मंडे’ होने की आशंका
ट्रम्प के लगाए टैरिफ के चलते दुनियाभर के बाजारों में गिरावट देखने को मिल रही है। 6 अप्रैल को अमेरिकी टीवी प्रेजेंटर और मार्केट एनालिस्ट जिम क्रैमर ने चेतावनी दी थी कि सोमवार 7 अप्रैल को बाजारों में फिर से एक बड़ी गिरावट देखने को मिल सकती है। इसे उन्होंने ब्लड बाथ कहा था।
इसे 1987 के ब्लैक मंडे से जोड़कर देखा जा रहा है, क्योंकि 19 अक्टूबर 1987 को दुनियाभर के स्टॉक मार्केट्स में एक ही दिन में सबसे भारी गिरावट देखने को मिली थी। अमेरिका के डाउ जोन्स इंडस्ट्रियल ऐवरेज (DJIA) में 22.6% की गिरावट आई थी, जो इतिहास में आज तक की सबसे बड़ी एक दिन की गिरावट है। यह गिरावट अमेरिका से शुरू हुई, लेकिन जल्दी ही ऑस्ट्रेलिया, ब्रिटेन, कनाडा और एशियाई बाजारों तक फैल गई।
50 देशों ने टैरिफ को लेकर ट्रम्प प्रशासन से कॉन्टैक्ट किया
वहीं, ट्रम्प ने कहा कि 50 से ज्यादा देश टैरिफ को लेकर हमसे डील करने के लिए मरे जा रहे हैं। ट्रम्प प्रशासन में ट्रेजरी सेक्रेटरी स्कॉट बेसेंट ने NBC को बताया कि 50 से ज्यादा देशों ने ट्रम्प प्रशासन से संपर्क किया है, लेकिन किसी भी तरह की बातचीत में समय लगेगा।
बेसेंट ने कहा कि ये देश लंबे समय से हमारे साथ गलत व्यवहार कर रहे हैं। और यह ऐसा मामला नहीं है, जिसे कुछ दिनों या हफ्तों में बातचीत करके सुलझाया जा सके। हमें आगे का रास्ता देखना होगा, क्योंकि जब कोई देश 20, 30, 40 या 50 साल से गलत तरीकों पर चल रहा हो, तो आप एक झटके में सब कुछ साफ नहीं कर सकते हैं।