त्रिपुरा के 50वें स्थापना दिवस पर प्रधानमंत्री का संबोधन
प्रधानमंत्री ने त्रिपुरा के लोगों की एकता और सामूहिक प्रयासों की सराहना की
“डबल इंजन वाली सरकार के अथक प्रयासों से त्रिपुरा अवसरों की धरती बन रही है”
“कनेक्टिविटी इंफ्रास्ट्रक्चर के निर्माण के जरिए, यह राज्य तेजी से व्यापार गलियारे का केंद्र बन रहा है”
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने त्रिपुरा की स्थापना और उनके विकास में योगदान देने वाले लोगों को नमन किया। उन्होंने माणिक्य वंश के काल से इस राज्य की गरिमा और योगदान को रेखांकित किया। उन्होंने इस राज्य के लोगों की एकता और सामूहिक प्रयासों की सराहना की। प्रधानमंत्री आज त्रिपुरा के 50वें स्थापना दिवस के अवसर पर बोल रहे थे।
प्रधानमंत्री ने तीन वर्षों के सार्थक विकास को रेखांकित किया और कहा कि डबल इंजन वाली सरकार के अथक प्रयासों से त्रिपुरा अवसरों की धरती बन रही है। विकास के विभिन्न पैमानों पर त्रिपुरा के बेहतरीन प्रदर्शन पर प्रकाश डालते हुए, प्रधानमंत्री ने कहा कि कनेक्टिविटी इंफ्रास्ट्रक्चर के निर्माण के जरिए, यह राज्य तेजी से व्यापार गलियारे का केंद्र बन रहा है। आज सड़क के साथ-साथ रेलवे, वायु और जलमार्ग त्रिपुरा को शेष विश्व के साथ जोड़ रहे हैं। डबल इंजन वाली सरकार ने त्रिपुरा की काफी समय से लंबित पड़ी मांग को पूरा किया और बांग्लादेश के चटगांव समुद्री बंदरगाह तक पहुंच प्राप्त की। इस राज्य ने 2020 में अखौरा एकीकृत चेक पोस्ट के जरिए बांग्लादेश से पहला माल प्राप्त किया। प्रधानमंत्री ने महाराजा बीर बिक्रम हवाई अड्डे के हालिया विस्तार का भी उल्लेख किया।
प्रधानमंत्री ने गरीबों को पक्के घर देने और आवास निर्माण में नई तकनीक के इस्तेमाल के संबंध में राज्य में हुए प्रशंसनीय कार्यों की चर्चा की। ये लाइट हाउस परियोजनाएं (एलएचपी) छह राज्यों में चल रही हैं और उनमें त्रिपुरा भी एक है। उन्होंने कहा कि पिछले तीन वर्षों के काम तो महज एक शुरुआत है और त्रिपुरा की वास्तविक क्षमता का उपयोग होना अभी बाकी है। उन्होंने कहा कि प्रशासन में पारदर्शिता से लेकर बुनियादी ढांचे के विकास तक के क्षेत्र में जो कदम उठाए जा रहे हैं, वे इस राज्य को आने वाले दशकों के लिए तैयार करेंगे। उन्होंने कहा कि सभी गांवों में लाभ और सुविधाओं की संतृप्ति जैसे अभियान त्रिपुरा के लोगों के जीवन को आसान और बेहतर बनायेंगे।
प्रधानमंत्री ने कहा कि जिस तरह भारत अपनी आजादी के 100 वर्ष पूरे करेगा, त्रिपुरा भी अपनी स्थापना के 75 वर्ष पूरे करेगा। प्रधानमंत्री ने कहा, “नए संकल्पों और नए अवसरों की दृष्टि से यह एक महान समय है।”