भारतीय कॉरपोरोट कानून सेवा के परिवीक्षार्थियों ने राष्ट्रपति से की भेंट
नई दिल्ली, 5सितंबर। भारतीय कॉरपोरेट लॉ सर्विस (2021 और 2022 बैच) के परिवीक्षाधीन अधिकारियों ने 4 सितंबर को राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु से भेंट की।
राष्ट्रपति ने भारतीय कॉरपोरेट कानून सेवा के अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि वे कॉरपोरेट जगत के नियामक के रूप में कार्य करते हैं। उन्होंने कहा कि वे भारत में व्यापार और उद्योग की वृद्धि तथा विकास के सूत्रधार भी हैं। उन्होंने कहा कि अधिकारियों का काम बेहद महत्वपूर्ण है क्योंकि उन्हें उद्योग और उद्यमिता के विकास को प्रोत्साहित करते हुए अच्छा कॉरपोरेट प्रशासन सुनिश्चित करना है। उन्होंने कहा कि उनके कार्यों का देश के औद्योगिक और शासन इकोसिस्टम पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ेगा।
राष्ट्रपति ने कहा कि बेहतर कॉरपोरेट प्रशासन आज बहुत प्रासंगिक और महत्वपूर्ण है और यह सुनिश्चित करना कॉरपोरेट कानून सेवा अधिकारियों का कर्तव्य होगा कि कंपनियों का प्रबंधन शेयरधारकों और अन्य हितधारकों के सर्वोत्तम हित में किया जाए। उन्होंने कहा कि कुशल शासन मॉडल के माध्यम से, उन्हें यह सुनिश्चित करना होगा कि कॉरपोरेट संस्थाएं नैतिक संस्कृति का पालन करें और हितधारकों के अधिकारों का सम्मान करें। उन्होंने कहा कि देश के दीर्घकालिक सतत विकास और समावेशी विकास के लिए प्रभावी कॉरपोरेट प्रशासन भी आवश्यक है।
राष्ट्रपति ने कहा कि युवा और प्रतिभाशाली सिविल सेवकों को देश के नागरिकों के प्रति जिम्मेदारी की भावना के साथ काम करना चाहिए। उन्होंने कहा कि उन्हें देश और देशवासियों के प्रति सेवा-भावना भी अपनानी चाहिए। राष्ट्रपति ने आग्रह किया कि परिवीक्षाधीन अधिकारियों को साथी नागरिकों की भलाई के प्रति अटूट प्रतिबद्धता रखनी चाहिए। उन्होंने कहा कि उन्हें पारदर्शिता, निष्पक्षता और जवाबदेही के सिद्धांतों को कायम रखना चाहिए।