अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर यात्रियों की रैंडम कोरोना जांच शुरू, सरकार ने जारी किया दिशा निर्देश
नई दिल्ली, 22दिसंबर। चीन में कोरोना वायरस के मामले तेजी से बढ़ने लगे हैं. चीन में कोरोना के मामले ओमीक्रोन के सबवेरिएंट BF.7 के कारण बढ़े हैं. वहीं अब इसका असर भारत में भी दिखने लगा है. बुधवार को केंद्रीय मंत्री मनसुख मंडाविया ने भारत में कोरोना की स्थिति पर बैठक भी की. बैठक के बाद स्वास्थ्य मंत्रालय ने बड़ा कदम उठाया है. अब चीन से आने वाले हर शख्स की एयरपोर्ट पर जांच की जाएगी.
स्वास्थ्य मंत्रालय ने चीन से आने वाले लोगों की जांच करने के निर्देश दे दिए हैं. स्वास्थ्य मंत्रालय ने इससे संबंधित गाइडलाइंस भी जारी कर दी हैं. सरकार पूरी तरह से अलर्ट है और इस बात का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है आज यानी बुधवार से ही एयरपोर्ट पर जांच शुरू कर दी गई है. स्वास्थ्य मंत्रालय के सूत्रों से यह भी पता चला है कि देश के हवाईअड्डों पर आज से ही अंतरराष्ट्रीय यात्रियों की रैंडम सैंपलिंग भी शुरू हो गई है.
दरअसल, चीन में कोरोना के मामलों को बढ़ाने के लिए जिम्मदेरा ओमीक्रोन सबवेरिएंट BF.7 के तीन केस भारत में भी मिले हैं. दो मामले गुजरात और एक ओडिशा से मिला है. यही कारण है कि भारत सरकार कोरोना को लेकर पूरी तरह से अलर्ट हो गई है. केंद्रीय मंत्री मनसुख मंडाविया ने बुधवार को यह भी कहा कि कोरोना अभी खत्म नहीं हुआ है.
केंद्रीय मंत्री के साथ बैठक के बाद नीति आयोग के सदस्य डॉ. वीके पॉल ने लोगों से मास्क लगाने का आग्रह किया. भारत की केवल 27-28 प्रतिशत योग्य आबादी के कोविड-19 की एहतियाती खुराक लेने का जिक्र करते हुए नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डॉ. वीके पॉल ने लोगों को टीका लेने और भीड़-भाड़ वाली जगह पर मास्क पहनने की सलाह दी है. पॉल ने कहा, “लोगों को भीड़-भाड़ वाले इलाकों में मास्क पहनना चाहिए. जिन लोगों को पहले से कोई बीमारी है या बुजुर्ग हैं, उन्हें विशेष रूप से इसका पालन करना चाहिए.”