तुगलक लेन का नाम बदलने की अटकलें: बीजेपी सांसदों ने नेमप्लेट पर लिखा ‘स्वामी विवेकानंद मार्ग’

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नई दिल्ली,7 मार्च। दिल्ली में सड़कों के नाम बदलने को लेकर एक नया विवाद उभर रहा है। हाल ही में, भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के कुछ सांसदों ने अपने सरकारी आवासों की नेमप्लेट पर ‘तुगलक लेन’ के स्थान पर ‘स्वामी विवेकानंद मार्ग’ अंकित किया है, जिससे नाम परिवर्तन की अटकलें तेज हो गई हैं।

विपक्षी पार्टियां नाम बदलने को इतिहास से छेड़छाड़ बता रही हैं। वहीं BJP का कहना है कि मुगल शासकों के नाम हटाकर सड़कों को भारतीय महापुरुषों के नाम पर किया जाना चाहिए।

नजफगढ़ का नाम नाहरगढ़ रखने की मांग

27 फरवरी को दिल्ली विधानसभा के सत्र में BJP विधायक नीलम पहलवान ने विधानसभा में नजफगढ़ का नाम बदलने का प्रस्ताव रखा था। उन्होंने नजफगढ़ का नाम बदलकर नाहरगढ़ करने की मांग की।

दिल्ली केंद्रशासित प्रदेश इसलिए केंद्र की मंजूरी जरूरी दिल्ली में किसी सड़क या इलाके का नाम बदलने के लिए MCD को प्रस्ताव भेजना पड़ता है। फिर यह सरकार के पास जाता है, जहां केंद्र की मंजूरी जरूरी होती है, क्योंकि दिल्ली केंद्र शासित प्रदेश है। नाम बदलने की प्रक्रिया तभी पूरी होती है जब सरकार इसे गजट में प्रकाशित करती है।

घटनाक्रम:

  • उत्तर प्रदेश के पूर्व उपमुख्यमंत्री और वर्तमान राज्यसभा सांसद डॉ. दिनेश शर्मा ने अपने दिल्ली स्थित सरकारी आवास की नेमप्लेट पर ‘6, स्वामी विवेकानंद मार्ग (तुगलक लेन)’ लिखा है। उन्होंने गृह प्रवेश के अवसर पर सोशल मीडिया पर तस्वीरें साझा करते हुए इस परिवर्तन की जानकारी दी।

  • केंद्रीय मंत्री कृष्ण पाल गुर्जर ने भी अपने सरकारी आवास ‘8, तुगलक लेन’ की नेमप्लेट पर ‘स्वामी विवेकानंद मार्ग’ अंकित किया है।

आधिकारिक स्थिति:

हालांकि, इन नेमप्लेट्स पर किए गए परिवर्तनों के बावजूद, ‘तुगलक लेन’ का नाम आधिकारिक रूप से नहीं बदला गया है। नाम परिवर्तन की कोई सरकारी अधिसूचना जारी नहीं की गई है, और नगर निगम या संबंधित प्राधिकरणों द्वारा इस संबंध में कोई निर्णय नहीं लिया गया है।

राजनीतिक प्रतिक्रिया:

इस कदम ने राजनीतिक हलकों में बहस छेड़ दी है। कुछ विपक्षी नेताओं का कहना है कि यह इतिहास को बदलने का प्रयास है, जबकि अन्य इसे सांस्कृतिक पुनर्स्थापन की दिशा में कदम मानते हैं। दिल्ली में सड़कों के नाम बदलने का मुद्दा पहले भी चर्चा में रहा है, और यह नया घटनाक्रम उसी कड़ी का हिस्सा माना जा रहा है।

‘तुगलक लेन’ का नाम बदलने की अटकलें इन व्यक्तिगत पहलों के कारण जोर पकड़ रही हैं। हालांकि, आधिकारिक स्तर पर कोई परिवर्तन नहीं हुआ है। आने वाले समय में देखना होगा कि क्या सरकार या संबंधित प्राधिकरण इस संबंध में कोई कदम उठाते हैं या नहीं।

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