वक्फ कानून के खिलाफ कोलकाता में सड़कों पर उतरे स्टूडेंट्स
नई दिल्ली,11 अप्रैल। नए वक्फ कानून के विरोध में पश्चिम बंगाल के कोलकाता में प्रदर्शन किया जा रहा है, ये प्रदर्शन आलिया यूनिवर्सिटी के छात्र कर रहे हैं। मुस्लिम संगठनों ने भी छात्रों का समर्थन किया है। बड़ी संख्या में लोग इस प्रदर्शन में जमा हुए हैं।
इधर, जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) के कार्यकर्ताओं ने शुक्रवार सुबह विरोध प्रदर्शन किया। पुलिस ने पार्टी ऑफिस के बाहर ही बैरिकेड्स लगाकर प्रदर्शनकारियों को रोक दिया।
यह विरोध प्रदर्शन PDP के महासचिव खुर्शीद आलम के नेतृत्व में किया गया। PDP कार्यकर्ता नए वक्फ कानून के विरोध में शहर के केंद्र की ओर मार्च करना चाहते थे, लेकिन पुलिस ने उन्हें इसकी इजाजत नहीं दी।
दरअसल, ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (AIMPLB) शुक्रवार से देशभर में ‘वक्फ बचाव अभियान’ शुरू हो गया है है। इसका पहला फेज 07 जुलाई यानी 87 दिन तक चलेगा। इसमें वक्फ कानून के विरोध में 1 करोड़ हस्ताक्षर कराए जाएंगे। जो PM मोदी को भेजे जाएंगे। इसके बाद अगले फेज की रणनीति तय की जाएगी।
मोदी सरकार पर सांप्रदायिक एजेंडा चलाने का आरोप लगाया
AIMPLB महासचिव मौलाना फजलुर रहीम मुजद्दिदी ने वीडियो मैसेज जारी किया है। वीडियो में मुजद्दिदी ने सरकार पर सांप्रदायिक एजेंडा चलाने और धर्मनिरपेक्षता को कमजोर करने का आरोप लगाया है।
उन्होंने वीडियो में कहा- यह अभियान वक्फ संपत्तियों की रक्षा और विधेयक को निरस्त करने की मांग को लेकर चलाया जा रहा है। AIMPLB का मानना है कि यह विधेयक वक्फ संपत्तियों की प्रकृति और स्वायत्तता को नुकसान पहुंचाएगा, जिसे वे इस्लामी मूल्यों, शरीयत, धार्मिक स्वतंत्रता और भारतीय संविधान के खिलाफ मानते हैं।
बोर्ड के मुताबिक आंदोलन तब तक चलेगा, जब तक विधेयक पूरी तरह निरस्त नहीं हो जाता। इसे ‘वक्फ बचाओ, संविधान बचाओ’ अभियान का नाम दिया गया है, क्योंकि बोर्ड इसे संवैधानिक अधिकारों से जोड़ता है।