टाटा मेमोरियल सेंटर, मुंबई और वेदांता बाल्को (बीएएलसीओ) मेडिकल सेंटर, रायपुर ने एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए
ज्ञान के आदान-प्रदान और कौशल, क्षमताओं एवं मूल प्रथाओं में वृद्धि के माध्यम से कैंसर देखभाल में उत्कृष्टता को बढ़ावा देने का लक्ष्य है
टाटा मेमोरियल सेंटर (टीएमसी), मुंबई और वेदांता मेडिकल रिसर्च फाउंडेशन की प्रमुख पहल, बाल्को (बीएएलसीओ) मेडिकल सेंटर (बीएमसी), रायपुर, छत्तीसगढ़ ने देश में कैंसर की देखभाल में उत्कृष्टता लाने के लिए आज एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं। बाल्को मेडिकल सेंटर की चेयरपर्सन श्रीमती ज्योति अग्रवाल की उपस्थिति में टाटा मेमोरियल सेंटर के निदेशक डॉ. आर.ए. बडवे और बाल्को मेडिकल सेंटर की चिकित्सा निदेशक डॉ. भावना सिरोही, टाटा मेमोरियल अस्पताल, परेल के बीच इस ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए। श्रीमती ज्योति अग्रवाल भी कार्यक्रम की मुख्य अतिथि थीं ।
इस समझौता ज्ञापन (एमओयू) के अनुसार, बाल्को मेडिकल सेंटर (बीएमसी) और टाटा मेमोरियल सेंटर (टीएमसी) ज्ञान के आदान-प्रदान, और कौशल, क्षमताओं एवं मूल प्रथाओं को बढ़ाने के लिए आपस में सहयोग करेंगे । बाल्को मेडिकल सेंटर अब टाटा मेमोरियल सेंटर की विशेषज्ञता और कैंसर के उपचार में दशकों के अनुभव का लाभ उठाएगी ताकि इस श्रेणी में सर्वश्रेष्ठ तकनीकी और चिकित्सा दिशानिर्देश विकसित किए जा सकें । इस सहयोग के साथ ही टीएमसी छत्तीसगढ़ और पड़ोसी राज्यों के रोगियों के एक निर्दिष्ट ( रेफरल ) केंद्र के रूप में बीएमसी को भी सूचीबद्ध करेगी । दोनों कैंसर अस्पताल निम्न्लिखित हेतु परस्पर सहमत हैं :
- कैंसर के उपचार पर सर्वोत्तम प्रथाओं और विकसित ज्ञान को साझा करना
- रोगी देखभाल में उत्कृष्टता लाने के लिए बीएमसी राष्ट्रीय कैंसर ग्रिड वर्चुअल ट्यूमर बोर्डों में भाग लेगा
- दोनों स्थानों पर निरंतर चिकित्सा शिक्षा ( सीएमई ) सत्रों का पारस्परिक रूप से संचालन और भाग लेना
- संयुक्त अनुसंधान या बहु-केंद्रित परीक्षण करना
इस सहयोग से उत्साहित, बाल्को मेडिकल सेंटर की चेयरपर्सन, श्रीमती ज्योति अग्रवाल ने कहा कि “भारत में कैंसर देखभाल के इतिहास में यह एक महत्वपूर्ण क्षण है, जब संयुक्त रूप से करुणा, देखभाल और इलाज के मूल्यों के साथ कैंसर देखभाल में परिवर्तन लाने के उद्देश्य से टाटा मेमोरियल सेंटर और बाल्को मेडिकल सेंटर एक साथ परस्पर ज्ञान साझा करने के लिए आपस में जुड़ रहे हैं । चार साल पहले जब हमने बाल्को मेडिकल सेंटर की शुरुआत की थी तब हमने मध्य भारत में कैंसर देखभाल प्रदाता बनकर सभी को विश्व स्तरीय और सस्ती कैंसर देखभाल प्रदान करने के एक अथक मिशन पर खुद को स्थापित किया था। अब, इस समझौते (एमओयू) के बाद मैं अपने विकास के उस अगले चरण की प्रतीक्षा कर रही हूं, जब हम एक साथ और अधिक सीखेंगे तथा विभिन्न समुदायों की बेहतर सेवा करने के नए तरीके खोजेंगे।
बाल्को मेडिकल सेंटर की मेडिकल डायरेक्टर डॉ. भावना सिरोही ने कहा कि “बाल्को मेडिकल सेंटर में हमारे पास देश में कैंसर देखभाल में अग्रणी बनने के लिए कुछ बेहतरीन प्रतिभाओं और प्रौद्योगिकी का सम्मिश्रण उपलब्ध है । बीएमसी ने मध्य भारत को एक छत के नीचे समग्र और विश्व स्तरीय कैंसर उपचार उपलब्ध कराया है। अब कर्मचारी (स्टाफ) प्रशिक्षण, शैक्षिक सत्र, संस्थागत फैलोशिप, रोगियों के प्रति-निर्देशन (क्रॉस-रेफ़रल) और संयुक्त अनुसंधान सहित आपसी शिक्षा एवं ज्ञान के लिए टीएमसी के साथ सहयोग करके अपने कार्यक्षेत्र में और अधिक विस्तार करने का समय है, जो भारत में कैंसर देखभाल के भविष्य को नया आकार देगा।”
डॉ. सिरोही, जो बीएमसी से इस सहयोग (एसोसिएशन) की अग्रदूत हैं, इस समय न्यू इंडिया कैंसर चैरिटी इनिशिएटिव की संस्थापक-अध्यक्ष भी हैं, जिसने ग्रामीण भारत में स्तन, गर्भाशय ग्रीवा और सिर तथा गर्दन के कैंसर के लिए नैदानिक जांच का नेतृत्व किया है। वह वर्तमान में ‘कैन सपोर्ट’ की प्रबंधन समिति में हैं और ‘वॉयस ऑफ टोबैको विक्टिम्स’ की संरक्षक हैं। उन्हें ब्रिटेन (यूके) में राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा, टीएमसी और भारत में विभिन्न कॉर्पोरेट कैंसर केंद्रों में दशकों की विशेषज्ञता से काम करने का अनुभव भी है। दिशानिर्देश विकास और गुणवत्ता सुधार पहल के लिए वह राष्ट्रीय कैंसर ग्रिड, भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के साथ सक्रिय रूप से जुडी हुई हैं ।
बाल्को मेडिकल सेंटर के साथ सहयोग के बारे में बताते हुए, टाटा मेमोरियल सेंटर के निदेशक, डॉ. आर.ए. बडवे ने कहा कि “टाटा मेडिकल सेंटर का विश्व स्तर पर कैंसर देखभाल में उत्कृष्टता से कार्य करने का एक अलग ही कीर्तिमान है और इसका उद्देश्य भारत में कई केंद्रों को सेवा, अनुसंधान और शिक्षा में उत्कृष्टता की दृष्टि से इन्हें संचालित करने के लिए सशक्त बनाना है। मैं बाल्को मेडिकल सेंटर के साथ घनिष्ठ रूप से जुड़ा रहा हूं और इलाज के लिए आने वाले सभी रोगियों को उच्च गुणवत्ता और साक्ष्य-आधारित कैंसर उपचार देने के उनके उत्साह को मैंने देखा है। इस समझौते से हमें ज्ञान के आपसी आदान-प्रदान और संयुक्त रूप से कैंसर अनुसंधान करने के लिए बीएमसी के विशेषज्ञों के साथ सहयोग करने में सहायता मिलेगी। इस तरह के आपसी सम्पर्क से दोनों संगठनों के विशेषज्ञों के बीच किसी भी नए विचार की व्यवहार्यता का आकलन करने में भी मदद मिलेगी ।
टाटा मेमोरियल सेंटर 75 से अधिक वर्षों की असाधारण रोगी देखभाल, उच्च गुणवत्ता वाले प्रशिक्षण और अभिनव कैंसर अनुसंधान के साथ विश्व के सबसे पुराने और सबसे बड़े कैंसर केंद्रों में से एक है ।
कैंसर की बढ़ती घटनाओं को स्वास्थ्य के लिए खतरा मानते हुए और टियर 2 और 3 शहरों में गुणवत्तापूर्ण कैंसर देखभाल केंद्रों की कमी को देखते हुए, वेदांता ने समाज के सभी वर्गों को वहन करने योग्य (एफोर्डबल) और व्यापक कैंसर देखभाल प्रदान करने के लिए रायपुर में बाल्को (बीएएलसीओ) मेडिकल सेंटर की स्थापना की। मार्च 2018 में अपनी स्थापना के बाद से, बाल्को मेडिकल सेंटर अब एक व्यापक कैंसर देखभाल अस्पताल, के रूप में अनुकंपा और गुणवत्तापूर्ण कैंसर देखभाल के लिए विश्वास हासिल कर रहा है। यह केंद्र उन्नत विकिरण चिकित्सा, ब्रेकीथेरेपी, परमाणु चिकित्सा, सर्जरी, कीमोथेरेपी, इम्यूनोथेरेपी, लक्षित चिकित्सा, रक्त संबंधी विकार, अस्थि मज्जा प्रत्यारोपण, प्लास्टिक और पुनर्निर्माण सर्जरी, दर्द और उपशामक देखभाल के लिए इस क्षेत्र में सबसे पसंदीदा सुविधाओं में से एक है ।
अधिक जानकारी के लिए देखें www.balcomedicalcentre.com
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बाल्को मेडिकल सेंटर ( बीएमसी ) के बारे में :
बाल्को मेडिकल सेंटर (बीएमसी), नया रायपुर में 170 बिस्तरों वाली अत्याधुनिक तृतीयक देखभाल ऑन्कोलॉजी सुविधा है जो, वेदांता रिसोर्सेज के एक गैर- लाभकारी सन्गठन, वेदांत मेडिकल रिसर्च फाउंडेशन ( वीएमआरएफ ) और भारत एल्युमिनियम कंपनी लिमिटेड ( बाल्को ) की एक ऐसी पहल है जो कैंसर और इससे संबंधित बीमारियों की रोकथाम में योगदान करने के लिए शुरू की गई है । वर्तमान में यह चिकित्सा, शल्य चिकित्सा, विकिरण, रुधिर विज्ञान और उपशामक देखभाल सहित भारत के ऑन्कोलॉजी क्षेत्र में एक राष्ट्रीय नेतृत्व के रूप में तेजी से उभर रहा है। हालांकि यह अस्पताल नया रायपुर, छत्तीसगढ़ में है पर अब यह ओडिशा, मध्य प्रदेश , झारखंड और यहां तक कि महाराष्ट्र और आंध्र प्रदेश के कुछ क्षेत्रों के लोगों के लिए भी कैंसर के इलाज के लिए तेजी से पसंद का केंद्र बनता जा रहा है।
टाटा मेमोरियल सेंटर ( टीएमसी ) के बारे में :
टाटा मेमोरियल सेंटर ( टीएमसी ) भारत सरकार के परमाणु ऊर्जा विभाग के प्रशासनिक नियंत्रण के अंतर्गत एक स्वायत्तशासी निकाय है। टाटा मेमोरियल सेंटर का लक्ष्य सेवा, शिक्षा और अनुसंधान में उत्कृष्टता के अपने आदर्श वाक्य के माध्यम से सभी को व्यापक कैंसर देखभाल प्रदान करना है । देश में प्रमुख कैंसर उपचार केंद्र के रूप में यह निकाय कैंसर देखभाल के लिए निम्नलिखित कार्यों के माध्यम से राष्ट्रीय नीति और रणनीति का मार्गदर्शन करने के लिए नेतृत्व प्रदान करता है :
- ऑन्कोलॉजी के साक्ष्य आधारित प्रयोग के माध्यम से उत्कृष्ट सेवा को बढ़ावा देना।
- छात्रों, प्रशिक्षुओं, पेशेवरों, कर्मचारियों और जनता के लिए कैंसर में शिक्षा प्रदान करने के लिए प्रतिबद्धता ।
- ऐसे अनुसंधान पर जोर जो कि व्यवहार्य , अभिनव और देश की जरूरतों के लिए प्रासंगिक हो I
- कैंसर देखभाल को विकेंद्रीकृत करने और इसे और अधिक किफायती और सुलभ बनाने के उद्देश्य से, टीएमसी ने मुंबई और नवी मुंबई में अपने केंद्रों के अलावा संगरूर, मुल्लनपुर, वाराणसी, मुजफ्फरपुर, गुवाहाटी, विजाग जैसे भारत के विभिन्न हिस्सों में कई नए अस्पताल खोले हैं ।
और अधिक जानकारी के लिए कृपया संपर्क करें:
सुश्री प्रियदर्शिनी मैथ्यू
जनसंपर्क अधिकारी बाल्को मेडिकल सेंटर +91 9320096480 Priyadarshini.Mathew@vedanta.co.in www.balcomedicalcentre.com |
श्री नीलेश घुइकर
यूडीसी, जनसंपर्क टाटा मेमोरियल सेंटर +91 9892182746 pro@tmc.gov.in https://tmc.gov.in/index.php/en/
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अस्वीकरण ( डिसक्लैमर ):
इस प्रेस विज्ञप्ति में “भविष्य उन्मुख बयान” शामिल हैं – अर्थात , भविष्य से संबंधित बयान, अतीत की घटनाएं नहीं । इस संदर्भ में, दूरंदेशी बयान अक्सर हमारे अपेक्षित भविष्य के व्यापार और वित्तीय प्रदर्शन को संबोधित करते हैं, और इनमे अक्सर “उम्मीद,” “अनुमानित,” “इरादा,” “योजना,” “विश्वास,” “होना” या “संभावना “ जैसे शब्द आते हैं है,” । अपने स्वभाव से भविष्योन्मुखी वक्तव्य ऐसे मामलों को संबोधित करते हैं जो अलग-अलग डिग्री तक अनिश्चित होते हैं। हमारे लिए, लंदन मेटल एक्सचेंज सहित वित्तीय और धातु बाजारों के व्यवहार; जिसमे ब्याज और विनिमय दरों और धातु की कीमतों में उतार-चढ़ाव; अधिग्रहीत व्यवसायों के भविष्य के एकीकरण से; और राष्ट्रीय, क्षेत्रीय और वैश्विक स्तर के कई अन्य ऐसे मामले जिनमें राजनीतिक, आर्थिक, व्यावसायिक, प्रतिस्पर्धी या नियामक प्रकृति के मामले शामिल होते हैं , से अनिश्चितताएं उत्पन्न होती हैं I इन अनिश्चितताओं के कारण हमारे वास्तविक भविष्य के परिणाम हमारे दूरंदेशी बयानों में व्यक्त किए गए परिणामों से भौतिक रूप से भिन्न हो सकते हैं । अतः हम अपने दूरंदेशी बयानों को अद्यतन करने का वचन नहीं देते हैं ।