पश्चिम बंगाल में शिक्षक भर्ती घोटाला: बर्खास्त शिक्षकों का पैदल मार्च, न्याय की मांग
कोलकाता ,11 अप्रैल। पश्चिम बंगाल के शिक्षक भर्ती घोटाले में नौकरी गंवा चुके टीचर्स और नॉन टीचिंग स्टाफ शुक्रवार को सड़कों पर उतर आए। सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद जिन 25,753 टीचर्स और नॉन टीचिंग स्टाफ की नियुक्ति को अवैध बताया गया, उनमें से कई ने कोलकाता के साल्ट लेक इलाके से स्कूल सर्विस कमीशन (SSC) तक मार्च किया।
प्रदर्शनकारियों ने SSC परीक्षा की OMR शीट को सार्वजनिक करने की मांग की है, ताकि योग्य उम्मीदवारों की पहचान हो सके। प्रदर्शन के दौरान शिक्षकों ने हाथों में तख्तियां लेकर नारे लगाए और बहाली की मांग की। कई सामाजिक संगठनों ने भी इस आंदोलन में कर्मचारियों का साथ दिया।
10 अप्रैल को बर्खास्त कर्मचारियों ने पुलिस कार्रवाई के विरोध में भूख हड़ताल करने का ऐलान किया था। टीचर्स 9 अप्रैल की रात से ही पश्चिम बंगाल स्कूल सर्विस कमीशन (WBSSC) के कार्यालय के बाहर प्रदर्शन कर रहे थे।
इससे पहले टीचर्स ने डिस्ट्रिक्ट इंस्पेक्टर (DI) ऑफिस के बाहर प्रदर्शन किया था। यहां प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर लाठीचार्ज और लात-घूसों से पीटने का आरोप लगाया था।