‘आज पश्चिम बंगाल में टीएमसी शासन में हिंदू खतरे में हैं’, JNU में राजनीतिक हिंसा पर हॉट डिस्कशन
नई दिल्ली,29 फरवरी। पश्चिम बंगाल इन दिनों संदेशखाली में हुई हिंसा को लेकर सुर्खियों में है. संदेशखाली में महिलाओं पर हुए अत्याचार को लेकर अनुसूचित जाति आयोग ने पश्चिम बंगाल में राष्ट्रपति शासन लगाने तक की सिफारिश कर डाली है. इसी मुद्दे को लेकर जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में चर्चा-परिचर्चा का आयोजन किया गया. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता शुभेंदु अधिकारी ने शनिवार को कहा कि उनकी पार्टी पश्चिम बंगाल में ‘राष्ट्रवादी डबल इंजन सरकार’ लाने और प्रदेश में ममता बनर्जी सरकार के शासन को खत्म करने की दिशा में काम कर रही है.
भाजपा नेता शुभेंदु अधिकारी ने यहां जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में पश्चिम बंगाल में राजनीतिक हिंसा पर एक परिचर्चा को संबोधित करते हुए यह टिप्पणी की. पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले के संदेशखालि में जारी प्रदर्शन के मुद्दे पर अधिकारी ने सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस पर हिंदुओं के खिलाफ हिंसा फैलाने का आरोप लगाया. उन्होंने आरोप लगाया, ‘आज पश्चिम बंगाल में टीएमसी शासन में हिंदू खतरे में हैं. पार्टी बांग्लादेशियों को घुसपैठ कराकर राज्य में बसा रही है और राज्य की जनसांख्यिकी को बदल रही है. प्रदेश की वर्तमान सरकार धीरे-धीरे पश्चिम बंगाल को बांग्लादेश का हिस्सा बना देगी.’ अधिकारी ने आगे कहा, ‘भाजपा, पश्चिम बंगाल में ‘राष्ट्रवादी डबल इंजन सरकार’ बनाने की दिशा में काम कर रही है.’
टीएमसी नेताओं का संदेशखाली दौरा
पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल ने शनिवार को संकटग्रस्त संदेशखाली का दौरा किया और लोगों को आश्वासन दिया कि उन्हें न्याय मिलेगा और किसी भी गलत काम करने वाले को बख्शा नहीं जाएगा. पश्चिम बंगाल सरकार के मंत्री सुजीत बोस और पार्थ भौमिक के प्रतिनिधिमंडल ने क्षेत्र का दौरा किया और स्थानीय लोगों से बात की. क्षेत्र का दौरा करने के बाद बोस ने संवाददाताओं से कहा, ‘सभी मुद्दों को हल किया जाएगा. सभी शिकायतों का समाधान किया जाएगा. किसी भी गलत काम करने वाले को बख्शा नहीं जाएगा. पुलिस कड़ी कार्रवाई कर रही है.’
टीएमसी नेता पर गंभीर आरोप
अशांत संदेशखाली में तृणमूल के वरिष्ठ नेताओं का यह तीसरा दौरा है. प्रतिनिधिमंडल के साथ रहे संदेशखाली के टीएमसी विधायक सुकुमार महतो ने भूमि विवादों को सुलझाने में सक्रिय रुख अपनाने पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि लोगों की शिकायतों के त्वरित समाधान के लिए सभी उपाय किये जा रहे हैं. प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों की एक टीम पर पांच जनवरी को भीड़ ने उस समय हमला किया था जब उन्होंने पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले के संदेशखाली में टीएमसी नेता शाहजहां शेख के आवास में प्रवेश करने की कोशिश की थी. हमले में तीन अधिकारी घायल हो गए थे. संदेशखाली में बड़ी संख्या में महिलाओं ने शेख और उसके समर्थकों पर जमीन हड़पने और यौन उत्पीड़न करने का आरोप लगाया है.