लालू प्रसाद व उनके परिवार के विभिन्न परिसरों से एक करोड़ रुपये की बेहिसाब नकदी जब्त की गई है- ईडी
नई दिल्ली, 17मार्च। दिल्ली के पॉश इलाके में एक चार मंजिला बंगला पाया गया है, जो एबी एक्सपोर्ट्स प्राइवेट लिमिटेड के नाम से पंजीकृत है. इसका स्वामित्व और नियंत्रण तेजस्वी यादव और परिवार के पास है. ईडी ने यह भी बताया कि अब तक की जांच में करीब 600 करोड़ रुपये की अपराध की आय के साक्ष्य मिले हैं.
■ जांच एजेंसी ने कहा कि यह संदेह है कि इस संपत्ति को खरीदने में बड़ी मात्रा में नकदी या अपराध की आय का उपयोग किया गया और कुछ मुंबई बेस्ड संस्थाएं रत्न और आभूषणों में काम करने वाली थीं, इसके लिए गलत तरीके से प्राप्त पैसे का उपयोग किया गया था.
■ कागज पर प्रोपर्टी को एबी एक्सपोर्ट्स प्राइवेट लिमिटेड और एके इन्फोसिस्टम्स प्राइवेट लिमिटेड के कार्यालय के रूप में दिखाया गया है. हालांकि, तेजस्वी यादव द्वारा इसका इस्तेमाल आवासीय संपत्ति के रूप में किया जा रहा है. इतना ही नहीं, छापे के दौरान, तेजस्वी यादव इस बंगला में रहते मिले और इसे अपनी आवासीय संपत्ति के रूप में इस्तेमाल कर रहे हैं.
■ ईडी ने नौकरी के बदले जमीन मामले में छापेमारी के दौरान एक करोड़ रुपये की बेहिसाब नकदी, 1,900 डॉलर, 540 ग्राम गोल्ड बुलियन और 1.5 किलोग्राम से ज्यादा सोने के आभूषण (लगभग 1.25 करोड़ रुपये मूल्य) समेत विदेशी मुद्रा बरामद की है.
■ वित्तीय जांच एजेंसी ने लालू यादव परिवार के सदस्यों और बेनामीदारों के नाम पर विभिन्न संपत्ति दस्तावेजों और बिक्री दस्तावेजों समेत आपत्तिजनक पेपर्स भी बरामद किए हैं, जो भूमि और इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के विशाल भूखंडों के अवैध अभिवृद्धि का संकेत देते हैं।
■ एजेंसी ने यादव परिवार के सदस्यों और बेनामीदारों के नाम पर विभिन्न संपत्ति दस्तावेजों और बिक्री दस्तावेजों सहित आपत्तिजनक दस्तावेज भी बरामद किए हैं.
■ ईडी का कहना है कि करीब 600 करोड़ रुपये की अपराध की आय के साक्ष्य मिले हैं. इसमें 350 करोड़ रुपये की अचल संपत्तियां शामिल हैं. विभिन्न बेनामीदारों के माध्यम से 250 करोड़ रुपये के लेनदेन के रूप में पाए गए हैं.
■ रेलवे में नौकरी के एवज में तत्कालीन रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव के परिवार ने पटना और अन्य क्षेत्रों में प्रमुख स्थानों पर कई जमीनों का अवैध रूप से अधिग्रहण किया था. इन भूमि पार्सल का वर्तमान बाजार मूल्य 200 करोड़ रुपये से अधिक है. इन जमीनों के लिए कई बेनामीदारों, शेल संस्थाओं और लाभकारी लोगों की पहचान की गई है.
■ ईडी की जांच में पाया गया कि लालू यादव परिवार द्वारा ग्रुप-डी के आवेदकों से महज 7.5 लाख रुपये में चार प्लॉट अधिग्रहित किए गए और राबड़ी देवी ने साठगांठ कर उन्हें राजद के पूर्व विधायक सैयद अबू दोजाना को 3.5 करोड़ रुपये में बेच दिया था. इस राशि का एक बड़ा हिस्सा तेजस्वी यादव के खाते में ट्रांसफर किया गया था.
■ एजेंसी ने कहा कि रेलवे में ग्रुप डी की नौकरियों के बदले में गरीब उम्मीदवारों और उनके माता-पिता से जमीनें ली गईं. कई रेलवे जोन में भर्ती किए गए उम्मीदवारों में से 50% से ज्यादा लोग लालू यादव के परिवार के विधानसभा क्षेत्रों से थे. लालू यादव के परिवार और उनके सहयोगियों की ओर से रियल एस्टेट समेत विभिन्न क्षेत्रों में निवेश का पता लगाने के लिए जांच चल रही है.
■ रागिनी यादव समेत लालू की दोनों बेटियों के आवास से 70 लाख रुपये कैश और जेवर बरामद किए गए हैं. ED ने शुक्रवार को लालू की तीन बेटियों चंदा, हेमा और रागिनी के अलावा तेजस्वी यादव के घर पर छापेमारी की थी. एजेंसी ने करीब 12 घंटे तक परिजन से पूछताछ भी की.