केंद्रीय मंत्रिमंडल ने विपणन सीजन 2023-24 के लिए खरीफ फसलों के लिए एमएसपी में बढ़ोतरी को मंजूरी दी
नई दिल्ली, 9 जून। प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति (CCEA) ने विपणन सीजन 2023-24 के लिए सभी अनिवार्य खरीफ फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) में वृद्धि को मंजूरी दे दी है।सरकार ने उत्पादकों को उनकी उपज के लिए लाभकारी मूल्य सुनिश्चित करने और फसल विविधीकरण को प्रोत्साहित करने के लिए विपणन सीजन 2023-24 के लिए खरीफ फसलों के एमएसपी में वृद्धि की है।
विपणन सीजन 2023-24 के लिए खरीफ फसलों के लिए एमएसपी में वृद्धि केंद्रीय बजट 2018-19 की अखिल भारतीय भारित औसत उत्पादन लागत के कम से कम 1.5 गुना के स्तर पर एमएसपी तय करने की घोषणा किसानों को उचित पारिश्रमिक के अनुरूप है।बाजरा (82%) के बाद तुअर (58%), सोयाबीन (52%) और उड़द (51%) के मामले में किसानों को उनकी उत्पादन लागत पर अपेक्षित मार्जिन सबसे अधिक होने का अनुमान है।बाकी फसलों के लिए, किसानों को उनकी उत्पादन लागत पर मार्जिन कम से कम 50% होने का अनुमान है।
हाल के वर्षों में, सरकार इन फसलों के लिए उच्च एमएसपी की पेशकश करके दालों, तिलहन और पोषक अनाज/श्री अन्ना जैसे अनाज के अलावा अन्य फसलों की खेती को बढ़ावा दे रही है।इसके अतिरिक्त, सरकार ने किसानों को अपनी फसलों में विविधता लाने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए राष्ट्रीय कृषि विकास योजना (आरकेवीवाई), राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन (एनएफएसएम) जैसी विभिन्न योजनाएं और पहल भी शुरू की हैं।2022-23 के तीसरे अग्रिम अनुमान के अनुसार, देश में कुल खाद्यान्न उत्पादन रिकॉर्ड 330.5 मिलियन टन होने का अनुमान है जो पिछले वर्ष 2021-22 की तुलना में 14.9 मिलियन टन अधिक है।यह पिछले 5 साल में सबसे ज्यादा बढ़ोतरी है।