केन्द्रीय जल शक्ति मंत्री 8 अप्रैल, 2022 को जयपुर में 11 राज्यों/संघ शासित प्रदेशों के साथ क्षेत्रीय सम्मेलन की अध्यक्षता करेंगे
जल जीवन मिशन और स्वच्छ भारत मिशन – ग्रामीण के अंतर्गत प्रगति और आगे बढ़ने की कार्य योजना समीक्षा के लिए क्षेत्रीय सम्मेलन
केन्द्रीय जल मंत्री, श्री गजेन्द्र सिंह शेखावत 8 अप्रैल, 2022 को जयपुर में 8 राज्यों और 3 संघ शासित प्रदेशों के साथ एक क्षेत्रीय सम्मेलन की अध्यक्षता करेंगे, जिसमें जल जीवन मिशन और स्वच्छ भारत मिशन-ग्रामीण के तहत हासिल प्रगति और आगे बढ़ने की कार्य योजना की समीक्षा की जाएगी। क्षेत्रीय सम्मेलन में 8 राज्य और 3 संघ शासित प्रदेश यानी गोवा, गुजरात, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, महाराष्ट्र, पंजाब, राजस्थान, उत्तराखंड, जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, दमन और दीव तथा दादर और नगर हवेली भाग ले रहे हैं। बैठक में राजस्थान, गुजरात, हरियाणा, महाराष्ट्र और पंजाब के 10 मंत्री व्यक्तिगत रूप से शामिल होंगे, साथ ही ग्रामीण जलापूर्ति और स्वच्छता विभाग के वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल होंगे।
सम्मेलन के माध्यम से, राष्ट्रीय जल जीवन मिशन का उद्देश्य हासिल की गई जानकारी को साझा करना, सामने आने वाली चुनौतियों को समझना और विभिन्न चुनौतियों से निपटने के लिए संभावित समाधान खोजना है। दोनों प्रमुख कार्यक्रमों के तहत प्रत्येक राज्य/ संघ शासित प्रदेश द्वारा की गई प्रगति के बारे में विचार-विमर्श किया जाएगा ताकि विभिन्न नियोजित गतिविधियों में तेजी लाने के साथ-साथ आगे का रास्ता निकाला जा सके। पेयजल और स्वच्छता विभाग में सचिव, अपर सचिव और मिशन निदेशक (जेजेएम/एसबीएम-ग्रामीण) भाग लेने वाले राज्यों के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बातचीत करेंगे।
जल जीवन मिशन पर विचार-विमर्श के दौरान कार्य की गुणवत्ता, कार्यान्वयन की गति, सॉफ्टवेयर कार्यों जैसे प्रशिक्षण, कौशल, क्षमता निर्माण कार्यक्रम, जल गुणवत्ता निगरानी और निगरानी, प्रौद्योगिकी के उपयोग आदि से संबंधित पहलुओं को शामिल किया जाएगा। जबकि पूर्वाह्न सत्र में मिशन कार्यों की समीक्षा के बारे में राज्यों के साथ विचार-विमर्श के साथ-साथ जमीनी मुद्दों के बारे में चर्चा की जाएगी। दूसरे सत्र में कार्यों की गुणवत्ता, ग्रे वाटर प्रबंधन, स्रोत की निरन्तरता के उपायों आदि के महत्वपूर्ण पहलुओं पर विषय विशेषज्ञों द्वारा तकनीकी चर्चा की जाएगी।
प्रधानमंत्री की ‘‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास’’ की परिकल्पना का अनुसरण करते हुए देश के 107 जिले, 70 हजार ग्राम पंचायतों और 1.46 लाख गांवों में ‘हर घर जल’ पहुंच गया है। तीन राज्यों – गोवा, तेलंगाना और हरियाणा और तीन संघ शासित प्रदेशों – अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, दादरा और नगर हवेली तथा दमन और दीव और पुदुचेरी ने 100 प्रतिशत नल जल कवरेज प्रदान किया है। राज्यों/संघ राज्य क्षेत्रों की रिपोर्ट के अनुसार, पिछले ढाई वर्षों में 6.15 करोड़ ग्रामीण परिवारों को नल के पानी का कनेक्शन दिया गया है और 06.04.2022 तक लगभग 9.39 करोड़ (48.61 प्रतिशत) परिवारों के पास नल के पानी के कनेक्शन हैं। अब तक 8.55 लाख (83 प्रतिशत) से अधिक स्कूलों और 8.82 लाख (79 प्रतिशत) आंगनबाड़ी केन्द्रों पर पेयजल आपूर्ति हो रही है।