केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र ने आगामी जी-20 शिखर सम्मेलन की साइंस-20 बैठकों की तैयारियों के लिए उच्च स्तरीय संयुक्त समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की

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नई दिल्ली,24 फरवरी। केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) पृथ्वी विज्ञान); राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार); प्रधानमंत्री कार्यलय में राज्यमंत्री, कार्मिक, लोक शिकायत, पेंशन, परमाणु ऊर्जा और अंतरिक्ष राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने आगामी जी-20 शिखर सम्मेलन की साइंस-20 बैठकों की तैयारी के लिए उच्चस्तरीय संयुक्त समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की।

बैठक में भारत सरकार के प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार, डॉ. अजय कुमार सूद तथा विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, जैव प्रौद्योगिकी, सीएसआईआर, पृथ्वी विज्ञान, अंतरिक्ष और परमाणु ऊर्जा सहित सभी छह विज्ञान मंत्रालयों और विभागों के सचिव शामिल हुए।

डॉ. जितेंद्र सिंह के नेतृत्व में कार्मिक और प्रशिक्षण विभाग (डीओपीटी) 1 मार्च से 3 मार्च 2023 तक लीला होटल, गुरुग्राम, हरियाणा में आयोजित होने वाली “पहली भ्रष्टाचार विरोधी कार्य समूह बैठक (एसीडब्ल्यूजी)” की मेजबानी करने के लिए पूरी तरह से तैयार है। भारत की जी20 अध्यक्षता के रूप में इस अवधि में लगभग 40 बैठकें और साइड इवेंट्स की एक श्रृंखला होगी।

जी-20 साइंस बैठकों की तैयारियों के अतिरिक्त विज्ञान पुरस्कारों की समीक्षा, विज्ञान प्रसार के समापन के बाद नई संचार सरंचना निर्माण और संकल्प बैठकें आज के एजेंडा का हिस्सा थीं।

डॉ. जितेंद्र सिंह ने बैठक के बाद कहा कि उनके अधीन सभी छह विज्ञान मंत्रालयों और विभागों ने आगामी जी-20 शिखर सम्मेलन के लिए एजेंडा तथा आगामी जी-20 शिखर सम्मेलन के लिए सभी बंदोबस्त को अंतिम रूप दिया है। मंत्री महोदय ने विज्ञान मंत्रालयों को दिये गए प्रसंगों और विषयों का भी स्वागत किया।

डॉ. जितेंद्र सिंह ने बताया कि साइंस-20 शिखर सम्मेलन और साइड इवेंट्स के अतिरिक्त विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग को सौंपा गया एक अन्य महत्वपूर्ण कार्यक्रम है रिसर्च इनोवेशन इनिशिएटिव गैदरिंग (आरआईआईजी)।

साइंस-20 शिखर सम्मेलन की बैठक 21 से 22 जुलाई, 2023 तक कोयम्बटूर में होगा। इसका विषय ‘नवाचारी और सतत विकास के लिए ‘डिसरप्टिव साइंस’ होगा। उपविषय (साइड इवेंट विषय) हैं- हरित भविष्य के लिए गैर-पारंपरिक ऊर्जा, विज्ञान को समाज और संस्कृति से जोड़ना तथा समग्र स्वास्थ्य: बिमारी का इलाज और रोकथाम।

साइंस-20 के लिए बैठक का कार्यक्रम और स्थान इस प्रकार हैं- आरंभिक बैठक: पुद्दुचेरी (30-31 जनवरी 2023), साइड-इवेंट 1: बांगरम द्वीप, लक्षद्वीप (27-28 फरवरी 2023), साइड-इवेंट 2: अगरतला (3-4 अप्रैल 2023), साइड-इवेंट 3: इंदौर (16-17 जून 2023)।

एस-20 सचिवालय की अध्यक्षता भारतीय विज्ञान संस्थान, बेंगलुरु के डॉ. विजय पी. भटकर करेंगे। प्रोफेसर अजय के सूद तथा प्रोफेसर गौतम देसीराजू भी सचिवालय के प्रतिष्ठित सदस्य हैं।

डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि डीएसटी “समान समाज के लिए अनुसंधान और नवाचार” विषय पर अनुसंधान नवाचार पहल (आरआईआईजी) का भी ध्यान रखेगा। आरआईआईजी सभा के लिए उप-विषय/विषय सतत ऊर्जा के लिए सामग्री (सीएसआईआर), सतत नीली अर्थव्यवस्था (एमओईएस) प्राप्त करने की दिशा में वैज्ञानिक चुनौतियां और अवसर, जैव-संसाधन/जैव विविधता तथा जैव-अर्थव्यवस्था (डीबीटी) तथा ऊर्जा संक्रमण के लिए ईको इनोवेशन (एसईआरबी) हैं।

आरआईआईजी के लिए बैठकों का कार्यक्रम और स्थान इस प्रकार हैं: आरंभिक बैठक : कोलकाता (9-10 फरवरी 2023), साइड-इवेंट 1: रांची (21-22 मार्च 2023), साइड-इवेंट 2: डिब्रूगढ़ और ईटानगर (24-25 मार्च 2023), साइड-इवेंट 3: शिमला (19-20 अप्रैल 2023), साइड-इवेंट 4: दीव (18-19 मई 2023) तथा आरआईआईजी शिखर सम्मेलन और अनुसंधान मंत्री की बैठक, मुंबई (4-6 जुलाई 2023)।

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