केंद्रीय मंत्री डॉ जितेंद्र सिंह ने जम्मू-कश्मीर के पहाड़ी जिले डोडा के दूरदराज इलाकों के स्कूली बच्चों के लिए लंच पर बातचीत कार्यक्रम का किया आयोजन
नई दिल्ली, 15 मार्च। केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार); पीएमओ, कार्मिक, लोक शिकायत, पेंशन, परमाणु ऊर्जा और अंतरिक्ष राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने जम्मू-कश्मीर के पहाड़ी जिले डोडा के देसा, गंडोह, भल्ला आदि जैसे कुछ दूरदराज इलाकों के स्कूली बच्चों के लिए लंच पर बातचीत कार्यक्रम की मेजबानी की।
ये बच्चे अपने भारत दर्शन यात्रा के पहले चरण में राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली पहुंचे।
ये बच्चे सीआरपीएफ की 33वीं बटालियन द्वारा 13 से 17 मार्च तक आयोजित ‘भारत दर्शन टूर’ का हिस्सा हैं, जिसका उद्देश्य जम्मू-कश्मीर के युवाओं को देश की सांस्कृतिक एवं सामाजिक विविधता से परिचित कराना है।
छात्रों के साथ बातचीत करते हुए, डॉ जितेंद्र सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने युवाओं को अपने सपनों को साकार करने और जीवन में कुछ बड़ा करने की आकांक्षा रखने के लिए प्रेरित किया है। उन्होंने कहा कि इस बदलाव में विभिन्न कारक शामिल हैं, जिसमें प्रशासनिक समर्थन में बढ़ोत्तरी, बेहतर अवसंरचना, युवाओं को प्रदान की जा रही प्राथमिकता और नौकरियों एवं उच्च शिक्षण संस्थानों में प्रवेश के लिए समान अवसर आदि शामिल हैं।
डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि “प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में सरकार ने पिछले 10 वर्षों में विकास को प्रोत्साहित करने का कार्य किया है। सड़कों, राजमार्गों सहित विभिन्न अवसंरचना परियोजनाओं के माध्यम से परिधीय भागों सहित पहाड़ी क्षेत्रों के स्वरुप में बदलाव आया है। इस क्षेत्र में अस्पताल एवं स्वास्थ्य केंद्र, स्कूल एवं कॉलेज और मेडिकल कॉलेजों सहित उच्च शिक्षा के कई संस्थान खोले गए हैं।”
छात्रों ने प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में अपने क्षेत्र में सांसद डॉ. जितेंद्र सिंह द्वारा किए गए विकास कार्यों की खुले मन से प्रशंसा की। छात्र भद्रवाह से शुरू हुई ‘बैंगनी क्रांति’ से भी परिचित थे और उनमें से कुछ ऐसे परिवारों से आते थे, जिन्होंने आकर्षक कमाई के लिए लैवेंडर की खेती शुरू की थी।
छात्रों ने सरकार द्वारा समर्थन प्रदान करने के लिए डॉ. जितेंद्र सिंह को धन्यवाद दिया, जिसके लिए उन्होंने पिछले कुछ वर्षों में डोडा जिले के दूरदराज इलाकों में नए मेडिकल कॉलेज, राष्ट्रीय राजमार्ग, बैंक शाखाएं, स्कूल आदि खोलने जैसे जमीनी स्तर पर किए जा रहे विकास कार्यों का हवाला दिया, जो पहले उनके लिए एक सपना हुआ करता था।
छात्रों ने कहा कि अब उन्हें ज्यादा अवसर प्राप्त है क्योंकि परीक्षाओं में साक्षात्कार एवं पक्षपात की समाप्ति हुई है जिसके कारण भर्तियां निष्पक्ष एवं पारदर्शी हुई है।
डॉ. जितेंद्र सिंह उधमपुर लोकसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं और उन्होंने छात्रों से प्रधानमंत्री मोदी के सुधारों का उत्प्रेरक बनने और जम्मू-कश्मीर में उनका कार्यान्वयन प्रभावी रूप से करने में सहायता प्रदान करने की अपील की।
डॉ. जितेंद्र सिंह ने स्कूली बच्चों को जम्मू-कश्मीर में अरोमा मिशन और बैंगनी क्रांति की शानदार सफलता का हवाला दिया और उन्हें लैवेंडर की खेती जैसे कृषि-स्टार्टअप में अवसरों की तलाश करने के लिए प्रोत्साहित किया।
उन्होंने कहा कि “भद्रवाह भारत की लैवेंडर राजधानी और एग्री स्टार्टअप गंतव्य के रूप में उभरकर सामना आया है। भद्रवाह और गुलमर्ग क्षेत्रों में अरोमा मिशन और बैंगनी क्रांति की सफलता के बाद, 3,000 से ज्यादा स्टार्टअप अब केवल लैवेंडर की खेती का कार्य कर रहे हैं।”
डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने जम्मू-कश्मीर को अंधकार, निराशा और दुख की लंबी अवस्था से बाहर निकाला है।
उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री मोदी ने जम्मू-कश्मीर की किस्मत बदल दी है जिससे वहां के लोग अब एक उज्ज्वल भविष्य का सपना देखने लगे हैं।”
डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि ‘विकसित भारत, विकसित जम्मू-कश्मीर’ अभियान के अंतर्गत, आईईसी वैन केंद्र सरकार की कल्याणकारी योजनाओं की पूर्णता प्राप्त करने के लिए जम्मू-कश्मीर के दूरदराज के गांवों में जा रही है जिससे यह सुनिश्चित किया जा सके कि कोई भी व्यक्ति ‘मोदी सरकार की गारंटी’ से वंचित न रह सके।