केन्द्रीय युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्री श्री अनुराग ठाकुर ने सिरमौर (हिमाचल प्रदेश) के माजरा में हॉकी एस्ट्रोटर्फ का शिलान्यास किया
हिमाचल प्रदेश के लोगों में खेलों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने की नैसर्गिक प्रतिभा है और भारत सरकार इस प्रतिभा का सदुपयोग करने के उद्देश्य से हर सुविधा प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है।केन्द्रीय युवा कार्यक्रम एवं खेल और सूचना एवं प्रसारण मंत्री श्री अनुराग ठाकुर ने यह बात आजसिरमौर (हिमाचल प्रदेश) केमाजरा में राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में हॉकी एस्ट्रोटर्फ का शिलान्यास करने के बाद कही।
श्री ठाकुर ने कहा कि इस हॉकी मैदान पर 6 करोड़ रुपये खर्च किए जायेंगे, जिसमें खिलाड़ियों के लिए विभिन्न सुविधाएं जैसेकि लड़कियों के लिए छात्रावास, चेंज रूम, शौचालय, कोचिंग संबंधीसुविधाएं आदि उपलब्ध होंगी। उन्होंने सुझाव दिया किराज्य में खेल की विभिन्न स्पर्धाओं में नवोदित खिलाड़ियों की पहचान करने के लिए राज्य सरकार द्वारा प्रतिभा खोज कार्यक्रम आयोजित किए जा सकते हैं। केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि गतका, कलारीपयट्टू, थांग-ता, मल्लखंब और योगासन नाम के पांच पारंपरिक खेल आगामी खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2021 का हिस्सा होंगे और भारत सरकार इन पारंपरिक खेलों को वैश्विक मंच पर लोकप्रिय बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। केन्द्रीय मंत्री ने कहा किराज्य मेंभी पारंपरिक खेलों को मान्यता दी जा सकती है। उन्होंने कहा कि पांवटा साहिब में इंडोर स्टेडियम का निर्माण किया जाएगा।
केन्द्रीय युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्री ने कहा कि इस साल बेंगलुरु में हाल ही में संपन्न हुए खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स में दो राष्ट्रीय रिकॉर्ड और यूनिवर्सिटी गेम्स के 76 पिछले रिकॉर्ड टूटे। यहहमारे युवाओं में प्रचुर प्रतिभा को दर्शाता है।
केन्द्रीय युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्री ने जिला रेडक्रास सोसायटी की ओर से शिलाई तहसील के ग्राम कोटा केदिव्यांग कुलदीप सिंह को एक स्कूटी भेंट की।
केन्द्रीय मंत्री का हरियाणा, पंजाब और हिमाचल प्रदेश का दो दिवसीय व्यस्त दौरा आज संपन्न हुआ। श्री ठाकुर ने शनिवार को हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल तथा अन्य गणमान्य व्यक्तियों के साथ पंचकूला (हरियाणा) के इन्द्रधनुष सभागार में खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2021के प्रतीक चिन्ह, गीत, शुभंकर और जर्सी को लॉन्च किया। उसके बाद उन्होंने भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) के नेताजी सुभाष राष्ट्रीय खेल संस्थान, पटियाला (पंजाब)में विभिन्न परियोजनाओं को हरी झंडी दिखाई।