केंद्रीय मंत्री श्री नारायण राणे तथा राज्य मंत्री श्री भानु प्रताप सिंह वर्मा ने वर्ल्ड एक्सपो, 2020 दुबई में एमएमएमई मंडप का उद्घाटन किया और खादी इंडिया फिल्म लॉन्च की
केन्द्रीय लघु और सूक्ष्म उद्यम मंत्री श्री नारायण राणे तथा लघु और सूक्ष्म उद्यम राज्य मंत्री श्री भानु प्रताप सिंह वर्मा ने आज वर्चुअल रूप से एमएसएमई के सचिव श्री बी.बी. स्वैन तथा केवीआईसी के अध्यक्ष श्री विनय कुमार सक्सेना के साथ वर्ल्ड एक्सपो, 2020 दुबई में एमएसएमई मंडप का उद्घाटन किया। इस अवसर पर दुबई सरकार के अधिकारी और गणमान्य व्यक्ति शामिल हुए। ब्यूरो इंटरनेशनल डी एक्सपोजि़शन (बीआईई) के अंतर्गत वर्ल्ड एक्सपो, 2020 दुबई का उद्देश्य प्रदर्शनी में विश्व के लाखों लोगों को एक साथ लाना तथा ‘कनेक्टिंग माइंड्स, क्रिएटिंग फ्यूचर’ थीम के साथ मानवीय प्रतिभा और उपलब्धि का उत्सव मनाना है। एक्सपो में लघु और सूक्ष्म उद्यम मंत्रालय की भागीदारी से भारत में एमएसएमई इकोसिस्टम के बारे में समझदारी विकसित करना तथा विभिन्न देशों, व्यावसायिक और उद्योग जगत की हस्तियों के साथ आपसी संवाद विकसित करना है। जिससे विश्वभर में अपनाये जाने वाले श्रेष्ठ व्यवहारों के आदान-प्रदान में मदद मिलेगी।
केन्द्रीय मंत्री ने केवीआईसी द्वारा निर्मित खादी इंडिया फिल्म भी लॉन्च की। अपने उद्घाटन भाषण में श्री राणे ने कहा कि एमएसएमई क्षेत्र रोजगार सृजन करने और मैन्युफैक्चरिंग आधार को बढ़ाने के संदर्भ में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। आज एमएसएमई की 6 करोड़ से अधिक इकाइयों में 11 करोड़ से ज्यादा लोग रोजगार में हैं और यह क्षेत्र आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण योगदान देता है। जीडीपी में इस क्षेत्र का योगदान 30 प्रतिशत से अधिक और भारत से सम्रग निर्यात में इसका योगदान 48 प्रतिशत से अधिक है। मंत्रालय का फोकस निर्यात, उत्पाद गुणवत्ता, जीडीपी में योगदान के संदर्भ में नई ऊंचाईयों पर ले जाकर एमएसएमई के लिए नए मानक स्थापित करना तथा भारत में काम कर रही सभी एमएसएमई इकाइयों के लिए विश्व स्तरीय संरचना और अत्याधुनिक टेक्नोलॉजी प्रदान करने पर है।
लघु और सूक्ष्म उद्यम राज्य मंत्री श्री भानु प्रताप वर्मा ने कहा कि मंत्रालय एमएसएमई क्षेत्र को प्रोत्साहित करने के लिए विभिन्न महत्वपूर्ण कदम उठा रहा है तथा वित्त सहायता, क्षमता सृजन तथा कौशल प्रशिक्षण, मार्केट लिंकेज़ में सहायता, टेक्नोलॉजी उन्नयन जैसी पहलों में अत्यधिक सक्रिय है ताकि देश में सम्रग रूप से एमएसएमई क्षेत्र का समावेशी विकास हो सके।