भोपाल, 29जून।मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले शिवराज सिंह चौहान ने बड़ा फैसला लेते वीर सावरकर के जीवन चरित्र को पाठ्य पुस्तक में शामिल करने का फैसला लिया है. वीर सावरकर के चरित्र को स्कूल पाठ्यक्रम में शामिल किया जाएगा.इसकी जानकारी शिक्षा राज्य मंत्री इंदर सिंह परमार ने दी है. इंदर सिंह परमार ने कहा कि कांग्रेस के लोग हमारे क्रांतिकारियों को बच्चों तक नहीं पहुंचने देना चाहते हैं.कांग्रेस सिर्फ गांधी और नेहरू परिवार को क्रांतिकारी ओर आज़ादी में योगदान मानती है.
मध्य प्रदेश में स्कूल के बच्चों को भी सावरकर के बारे में पढ़ाया जाएगा..स्कूल शिक्षा राज्य मंत्री इंदर सिंग परमार ने स्वतंत्रता संग्राम के जिस महापुरुष का विशेष योगदान था… जिनको एक जन्म में दो-दो कारावास सजा हुई. ऐसे स्वतंत्रता संग्राम सेनानी वीर सावरकर की किताब को स्कूल में प्राचार्य ने बटवा दी तो कमलनाथ ने प्राचार्य को निलंबित कर दिया था..कांग्रेस के लोग हमारे देश के क्रांतिकारियों को बच्चों तक पहुंचाना नहीं चाहते थे… इसलिए उन्होंने अपनी सरकार में ये करके दिखाया लेकिन भारतीय जनता पार्टी की नीति है कि हम ऐसे सभी क्रांतिकारियों ओर वीर सावरकर के चरित्र को भी पाठ्यक्रम में शामिल करने वाले है.
स्वतंत्रता संग्राम सैनानियों के साथ साथ सावरकर के बारे में भी बच्चों को पढ़ाया जाएगा. वीर सावरकर पहले लेखक थे जिन्होंने 1857 आंदोलन को ‘स्वतंत्रता संग्राम’ कहा था. भारत की आज़ादी में उनका योगदान है और इसलिए उनको सम्मान मिलना चाहिए. दुर्भाग्य से कांग्रेस की सरकारों ने भारत के क्रांतिकारियों को इतिहास के पन्नों में जगह नहीं दी.विदेश आक्रांताओं को महान लिखा गया. हम बच्चों को उनके बारे में पढ़ाने का काम करेंगे इसलिए नए पाठ्यक्रम में हम जोड़ेंगे. वीर सावरकर को जितना सम्मान मिलना चाहिए वो कांग्रेस की वजह से नही मिला.सावरकर की देश भक्ति किसी से कम नही है.