विपुल अमृतलाल शाह की फ़िल्म ‘द केरल स्टोरी’ भारतीय सिनेमा को एक नई दिशा प्रदान करेगी
नई दिल्ली, 06 मई। ‘द केरल स्टोरी’ नई सदी के भारतीय सिनेमा को एक नई दिशा प्रदान करने जा रही है.. अब सिनेमा फिल्मी सितारों के मोहपाश की जकड़न से मुक्त होने की राह पर है.. कंटेंट आधारित फिल्मों की बॉक्स ऑफिस सफलता के लिए अब ग्लैमर की सीढियां/ रैम्प चढ़ने की विवशता दूर होगी.. ‘द कश्मीर फाइल्स’ की जबर्दस्त कामयाबी के बाद अब ‘द केरल स्टोरी’ भी भारतीय सिनेमा का रुख़ तल्ख़ सामाजिक सरोकारों की तरफ मोड़ने में सक्षम है.. रुपहले परदे पर दिल दहलाने का काम जो दशकों तक खान सितारों की बपौती बना रहा अब हाथ से फिसलकर सिने सृजनरत गम्भीर फ़िल्मकारों के हाथ मजबूत अवश्य करेगा.. फिल्मकार ही नहीं अब दर्शक भी परिपक्व और होशियार हो चले हैं.. खूब शाबासी मिले निर्देशक सुदीप्तो सेन और निर्माता विपुल अमृतलाल शाह सहित ‘द केरल स्टोरी’ की पूरी टीम को.. अब रुकना मत.. चरैवेति.. चरैवेति..