कब मनाया जाएगा भाई दूज पर्व? जानिए तिथि मुहूर्त और भाई दूज कथा
नई दिल्ली, 13नवंबर। हिंदू धर्म में भाई दूज पर्व का विशेष महत्व है. बता दें कि हर साल कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि के दिन भाई दूज पर्व हर्षोल्लाह के साथ मनाया जाता है. इस विशेष दिन पर बहन अपने भाइयों को तिलक आशीर्वाद देती हैं और उनके खुशहाल जीवन की प्रार्थना करती हैं. भाई दूज को भात्र द्वितीया या भतरु द्वितीया के नाम से भी जाना जाता है. आइए जानते हैं, इस वर्ष कब मनाया जाएगा भाई दूज पर्व तिथि, शुभ मुहूर्त और प्राचीन कथा
वैदिक पंचांग के अनुसार, कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि 14 नवंबर सुबह 04 बजकर 06 मिनट से शुरू होगी और इस तिथि का समापन 15 नवंबर सुबह 03 बजकर 17 मिंट पर होगा. उदया तिथि के अनुसार भाई दूज पर्व 14 नवंबर 2023, मंगलवार के दिन मनाया जाएगा. इस विशेष दिन पर भाई दूज पूजा समय दोपहर 12 बजकर 55 मिनट से दोपहर 02 बजकर 56 मिनट तक रहेगा.
भाई दूज कथा
भाई दूज पर्व के संबंध में एक कथा यह प्रचलित है कि प्राचीन काल में कार्तिक शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि के यमुना जी ने अपने भाई यमराज को घर पर सत्कारपूर्वक भोजन कराया था. इस दिन सभी यमलोक के जीवों को यातना से छुटकारा मिल गया था और वह तृप्त हो गए थे. इस दिन सभी जीवों ने मिलकर एक महान उत्सव मनाया, जो बहुत ही सुखदायक था. इसलिए इस तिथि को यम द्वितीया के नाम से भी जाना जाता है. ऐसी मान्यता है कि इस दिन बहनों को दक्षिणा आदि देने से शत्रु का भय, अकाल मृत्यु और कई प्रकार की समस्याएं दूर हो जाती हैं और धन, ऐश्वर्य, बल, बुद्धि इत्यादि का आशीर्वाद प्राप्त होता है. इस दिन संध्या काल में दीप प्रज्वलित करने से पहले घर के बाहर यमराज की उपासना के लिए चार दीपक वाला दीपदान जरूर करना चाहिए. ऐसा करने से भी घर में सुख समृद्धि आती है.