लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी को राम मंदिर के उद्घाटन समारोह में क्यों नहीं बुलाया ?यहां जानें क्या कहा चंपत राय ने…..

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नई दिल्ली, 19 दिसंबर। भगवान राम की नगरी अयोध्या में इन दिनों उत्सव सा माहौल है. 22 जनवरी 2024 को राम मंदिर का उद्घाटन होने वाला है और मंदिर के गर्भ गृह में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होगी. इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित देश के जाने-माने बड़े चेहरे मौजूद रहेंगे, लेकिन इसी बीच खबर सामने आ रही है कि राम मंदिर के लिए आंदोलन का नेतृत्व करने वाले भाजपा के वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी को इस भव्य समारोह में शामिल न होने की अपील की गई है. श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने दोनों वरिष्ठ नेताओं से मंदिर उद्घाटन के दिन न आने के लिए अनुरोध किया और कहा कि दोनों परिवार के बुजुर्ग हैं. उनकी उम्र को देखते हुए उनसे न आने का अनुरोध किया गया है. इस सम्बंध में एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें वह अपील करते हुए नजर आ रहे हैं.

बता दें कि 22 जनवरी को होने जा रहे राम मंदिर उद्घाटन समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर देश के 2200 VVIP हस्तियों को निमंत्रण भेजा गया है, लेकिन राम मंदिर के लिए हुए आंदोलन का नेतृत्व करने वाले बीजेपी के वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी इस समारोह में शामिल नहीं होंगे. इसको लेकर चंपत राय ने लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी से उद्घाटन समारोह में ना पहुंचने की अपील की है. एक प्रेस कांफ्रेंस को सम्बोधित करते हुए चंपत राय ने कहा है कि, मुरली मनोहर जोशी और लाल कृष्ण आडवाणी स्वास्थ्य और उम्र संबंधी कारणों के चलते उद्घाटन समारोह में शामिल नहीं हो पाएंगे. दोनों बुजुर्ग हैं. इसलिए उनकी उम्र को देखते हुए उनसे न आने का अनुरोध किया गया है, जिसे दोनों ने स्वीकार भी कर लिया है. इसी के साथ उन्होंने ये भी कहा कि ‘आडवाणीजी का होना अनिवार्य है, लेकिन उनकी उम्र को देखते हुए हम कहेंगे कि वे कृपया ना आएं.’ इसी के साथ उन्होंने मुरली मनोहर जोशी को लेकर कहा कि ‘डॉ. मुरली मनोहर जोशी से मेरी स्वयं बात हुई है. मैं उनसे फोन पर यही कहता रहा कि आप मत आइए और वो जिद करते रहे कि मैं आऊंगा. मैं बार-बार निवेदन करता रहा कि गुरुजी मत आइये आपकी उम्र और सर्दी… आपने अभी घुटने भी बदलवाए हैं.’

इसी तरह से समझाया जाता है बुजुर्गों को
पत्रकारों से बात करते हुए चंपत राय ने कल्याण सिंह से जुड़ी एक पुरानी घटना का जिक्र करते हुए बताया कि राम मंदिर के शिलान्यास के समय 5 अगस्त को कल्याण सिंह जिद करने लगे की वे जरूर आयेंगे. इस पर ‘मैंने उनके (कल्याण सिंह) लड़के को कहा कि उन्हें हां-हां करते रहो इस बारे में आखिरी के दिन सोचा जाएगा और आखिरी दिन हमने उन्हें कहा कि आपको नहीं आना है. उन्होंने यह बात मान ली. फिर चंपत राय ने कहा कि इसी तरह से घर के बुजुर्गों को समझाया जाता है.

22 जनवरी को 11 बजे मंदिर में प्रवेश करेंगे पीएम
सोमवार को पत्रकारों से बात करते हुए चंपत राय ने मंदिर उद्घाटन को लेकर जानकारी दी और बताया कि 22 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी प्राण प्रतिष्ठा समारोह में मुख्य यजमान के रूप में शामिल होने वाले हैं. ऐसे में सारी तैयारियों को जल्द से जल्द पूरा किया जा रहा है. उन्होंने प्रधानमंत्री के पहुंचने के समय को लेकर कहा कि पीएम मोदी ठीक 11 बजे रामजन्मभूमि परिसर में प्रवेश करेंगे. फिर साढ़े 11 बजे तक भगवान रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के लिए पहुंचेंगे.

ये अतिथि भी रहेंगे मौजूद
चंपत राय ने कार्यक्रम में शामिल होने वाले अन्य अतिथियों के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि ‘मंदिर के उद्घाटन के अवसर पर पीएम मोदी के साथ ही सर संघचालक मोहन भागवत, यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ, राज्यपाल और सभी ट्रस्टी राम मंदिर के प्रांगण में उपस्थित रहेंगे. इसी के साथ ही कई और वीवीआईपी भी राम मंदिर के उद्घाटन कार्यक्रम के साक्षी बनेंगे.’ 23 जनवरी से आम जनता मंदिर में भगवान राम के दर्शन कर सकेगी.

रुकने के लिए ये की गई है व्यवस्था
चंपत राय के ने अयोध्या आने वाले अतिथियों के लिए रुकने की व्यवस्था को लेकर कहा कि अयोध्या के कारसेवकपुरम में 1000 लोगों के लिए रैनबसेरा टाइप में रुकने की व्यवस्था होगी. इसी के साथ ही 850 लोगों के रुकने की व्यवस्था टिन कंपार्टमेंट में होगी. धर्मशाला और दूसरे स्थानों पर 600 कमरे मिल गए हैं. उम्मीद है कि यह संख्या 1000 कमरे की हो जाएगी. इसी के साथ ही और भी व्यवस्थाएं की जा रही हैं. ताकि अतिथियों को किसी तरह की समस्या का सामना न करना पड़े.

ये अतिथि भी रहेंगे मौजूद
चंपत राय ने कार्यक्रम में शामिल होने वाले अन्य अतिथियों के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि ‘मंदिर के उद्घाटन के अवसर पर पीएम मोदी के साथ ही सर संघचालक मोहन भागवत, यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ, राज्यपाल और सभी ट्रस्टी राम मंदिर के प्रांगण में उपस्थित रहेंगे. इसी के साथ ही कई और वीवीआईपी भी राम मंदिर के उद्घाटन कार्यक्रम के साक्षी बनेंगे.’ 23 जनवरी से आम जनता मंदिर में भगवान राम के दर्शन कर सकेगी.

रुकने के लिए ये की गई है व्यवस्था
चंपत राय के ने अयोध्या आने वाले अतिथियों के लिए रुकने की व्यवस्था को लेकर कहा कि अयोध्या के कारसेवकपुरम में 1000 लोगों के लिए रैनबसेरा टाइप में रुकने की व्यवस्था होगी. इसी के साथ ही 850 लोगों के रुकने की व्यवस्था टिन कंपार्टमेंट में होगी. धर्मशाला और दूसरे स्थानों पर 600 कमरे मिल गए हैं. उम्मीद है कि यह संख्या 1000 कमरे की हो जाएगी. इसी के साथ ही और भी व्यवस्थाएं की जा रही हैं. ताकि अतिथियों को किसी तरह की समस्या का सामना न करना पड़े.

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