वर्ल्ड हैप्पीनेस रिपोर्ट 2025: भारत की रैंकिंग में सुधार, लेकिन पड़ोसी देशों से पीछे
नई दिल्ली,21 मार्च। हाल ही में जारी वर्ल्ड हैप्पीनेस रिपोर्ट 2025 में भारत ने अपनी रैंकिंग में सुधार किया है, लेकिन यह अभी भी कुछ पड़ोसी देशों से पीछे है।
दुनिया में सबसे खुशहाल देश फिनलैंड है। इस मामले में फिनलैंड ने लगातार आठवें साल नंबर-1 रैंकिंग बरकरार रखी है। वेलबीइंग रिसर्च सेंटर, ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी ने 20 मार्च यानी वर्ल्ड हैप्पीनेस डे पर वर्ल्ड हैप्पीनेस इंडेक्स 2025 जारी किया।
सबसे खुशहाल देश के रूप में फिनलैंड 7.7 पाइंट के साथ पहले पायदान पर है। फिनलैंड के अलावा, डेनमार्क, आइसलैंड और स्वीडन टाॅप चार में बने हुए हैं। ये सभी नॉर्डिक देश भी कहे जाते हैं।
147 देशों की इस लिस्ट में भारत 4.3 पाइंट के साथ इस बार 118वें स्थान पर रहा है। पिछली बार भारत लिस्ट में 126वें स्थान पर रहा था। इस मामले में भारत, पाकिस्तान और नेपाल से भी पीछे है।
हैप्पीनेस इंडेक्स में भारत की स्थिति में सुधार
हैप्पीनेस इंडेक्स में भारत पिछले साल के मुकाबले आठ पायदान ऊपर आया है। हालांकि, पाकिस्तान भारत से ऊपर है। 2025 की हैप्पीनेस लिस्ट में पाकिस्तान को 109वां स्थान मिला है। वहीं नेपाल भी भारत से ऊपर रहा, उसे 92वां स्थान मिला है।
जबकि श्रीलंका (133) और बांग्लादेश (134) भारत से पीछे हैं। इन देशों की रैंकिंग उन जवाबों पर आधारित थी जो लोगों ने अपने जीवन को रेट करने के लिए पूछे जाने पर दिया। यह स्टडी एनालिटिक्स फर्म गैलप और UN सस्टेनेबल डेवलपमेंट सॉल्यूशन नेटवर्क ने किया।
इस लिस्ट में यूक्रेन, मोजाम्बिक, ईरान, इराक, पाकिस्तान, फिलिस्तीन, कांगो, युगांडा, गाम्बिया और वेनेजुएला जैसे देशों की रैंकिंग युद्ध, राजनीतिक और आर्थिक मुद्दे से घिरे होने के बाद भी भारत से अच्छी है।
भारत हालिया वर्षों में 2022 ही में टॉप-100 में जगह बनाने में कामयाब हुआ था। हैप्पीनेस इंडेक्स में भारत का स्थान कम होने के कई कारण हैं। जिनमें असमानता, सामाजिक समर्थन की कमी, भ्रष्टाचार और उदारता की कमी शामिल हैं, जो भारत को खुशहाल देशों की सूची में पीछे धकेलते हैं।