‘विश्व रोगी सुरक्षा दिवस’ 17 सितंबर 2022 को मनाया जाएगा
रोगी सुरक्षा दिवस की विषयवस्तु है – “बिना हानि की चिकित्सा”
भारत सरकार का स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय हर वर्ष 17 सितंबर को ‘रोगी सुरक्षा दिवस’ मनाता है। इस वर्ष रोगी सुरक्षा दिवस की विषय वस्तु “बिना हानि की चिकित्सा” है।
क्षेत्र स्तर के पदाधिकारियों के बीच रोगी सुरक्षा के मुद्दों पर जागरूकता पैदा करने के लिए, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने 12 से 17 सितंबर, एक सप्ताह तक चलने वाले “रोगी कल्याण सप्ताह” का आयोजन किया है, जिसमें सभी राज्यों, जिलों और स्वास्थ्य सुविधा केन्द्रों ने रोगियों तथा सेवा प्रदाताओं सहित सभी के लिए स्वास्थ्य देखभाल प्रणाली की सुरक्षा में सुधार के लिए कार्यकलापों की एक श्रृंखला का आयोजन किया है।
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव श्री राजेश भूषण ने 16 सितंबर 2022 को राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित एक समारोह में विद्यमान राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानकों (एनक्यूएएस) के तहत एक स्व-मूल्यांकन उपकरण, ‘सकुशल- रोगी सुरक्षा स्व-मूल्यांकन टूल‘ जारी किया और रोगी सुरक्षा शपथ भी दिलाई। इन टूल्स का विकास इस विषय वस्तु के विशेषज्ञों के सहयोग से एनएचएसआरसी के क्यूपीएस डिवीजन द्वारा किया गया है। ये टूल्स सुरक्षा संरचना में स्व-आकलन के लिए स्वास्थ्य सुविधाओं को सक्षम बनाएंगे और त्रुटियों को कम करने में उनकी मदद करेंगे।
स्वास्थ्य सचिव ने अपने संबोधन में सार्वजनिक स्वास्थ्य सुविधाओं में गुणवत्ता और रोगी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए भारत सरकार द्वारा उठाए गए विभिन्न कदमों पर बल दिया। उन्होंने राज्यों से सभी स्वास्थ्य सुविधाओं का आधारभूत मूल्यांकन करने और अधिकतम संख्या में स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए एक रोडमैप विकसित करने का आग्रह किया, जैसा कि एनक्यूएएस द्वारा प्रमाणित है।
समारोह के बाद राष्ट्रीय वेबिनार का आयोजन किया गया, जिसमें प्रख्यात वक्ताओं ने चिकित्सा सुरक्षा सहित रोगी सुरक्षा के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की। अगले दो दिनों के दौरान वेबिनारों की एक श्रृंखला की योजना बनाई गई है। पहले वेबिनार का उद्घाटन स्वास्थ्य सेवाओं के महानिदेशक प्रोफेसर (डॉ.) अतुल गोयल ने किया।
समारोह और वेबिनार में सार्वजनिक तथा निजी संस्थानों के 850 से अधिक स्वास्थ्य पेशेवरों, एनएचएम के मिशन निदेशकों, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों, नोडल अधिकारियों तथा गुणवत्ता एवं रोगी सुरक्षा के क्षेत्र में काम करने वाले राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के अन्य अधिकारियों के साथ बड़ी संख्या में दर्शकों ने भी भाग किया। वेबिनार में शैक्षणिक संस्थानों, विकास भागीदारों, गैर सरकारी संगठनों और अंतर्राष्ट्रीय एजेंसियों के प्रतिनिधि भी उपस्थित थे।